Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Dec 2018 · 1 min read

कविता

मांग मेरी अनन्त सत्ता से
पक्षी-पवन-सी हो उडान मेरी
बन जाऊं धरती और आकाश
सूर्य से अवतरित होता
किरणों का प्रकाश
धूम आऊं हर नक्षत्र हर सितारा
कहीं न छूटे कोई किनारा
क्या तुम्हारी सत्ता को है
यह नापने या जाचने का प्रयास?
नहीं!नहीं!अन्यथा न लेना
चाहत मेरी रहूं तुम्हारे पास।

Language: Hindi
1 Like · 1 Comment · 307 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Santosh Khanna (world record holder)
View all
You may also like:
तुमसे कितना प्यार है
तुमसे कितना प्यार है
gurudeenverma198
तुम जहा भी हो,तुरंत चले आओ
तुम जहा भी हो,तुरंत चले आओ
Ram Krishan Rastogi
परिवार
परिवार
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
पिता एक सूरज
पिता एक सूरज
डॉ. शिव लहरी
नींद आने की
नींद आने की
हिमांशु Kulshrestha
फितरत
फितरत
Kanchan Khanna
जब तक लहू बहे रग- रग में
जब तक लहू बहे रग- रग में
शायर देव मेहरानियां
अंबर तारों से भरा, फिर भी काली रात।
अंबर तारों से भरा, फिर भी काली रात।
लक्ष्मी सिंह
पद्मावती छंद
पद्मावती छंद
Subhash Singhai
दीप की अभिलाषा।
दीप की अभिलाषा।
Kuldeep mishra (KD)
सुना हूं किसी के दबाव ने तेरे स्वभाव को बदल दिया
सुना हूं किसी के दबाव ने तेरे स्वभाव को बदल दिया
Keshav kishor Kumar
😜 बचपन की याद 😜
😜 बचपन की याद 😜
*Author प्रणय प्रभात*
नसीहत
नसीहत
Shivkumar Bilagrami
2451.पूर्णिका
2451.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
बितियाँ मेरी सब बात सुण लेना।
बितियाँ मेरी सब बात सुण लेना।
Anil chobisa
रक्षाबंधन का त्योहार
रक्षाबंधन का त्योहार
Dr. Pradeep Kumar Sharma
मन का आंगन
मन का आंगन
DR. Kaushal Kishor Shrivastava
बनें जुगनू अँधेरों में सफ़र आसान हो जाए
बनें जुगनू अँधेरों में सफ़र आसान हो जाए
आर.एस. 'प्रीतम'
*रखिए जीवन में सदा, उजला मन का भाव (कुंडलिया)*
*रखिए जीवन में सदा, उजला मन का भाव (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
You do NOT need to take big risks to be successful.
You do NOT need to take big risks to be successful.
पूर्वार्थ
Us jamane se iss jamane tak ka safar ham taye karte rhe
Us jamane se iss jamane tak ka safar ham taye karte rhe
Sakshi Tripathi
सविता की बहती किरणें...
सविता की बहती किरणें...
Santosh Soni
ओझल मनुआ मोय
ओझल मनुआ मोय
श्रीहर्ष आचार्य
ख्वाहिशों की ना तमन्ना कर
ख्वाहिशों की ना तमन्ना कर
Harminder Kaur
डॉ. नामवर सिंह की आलोचना के प्रपंच
डॉ. नामवर सिंह की आलोचना के प्रपंच
कवि रमेशराज
हस्ती
हस्ती
Shyam Sundar Subramanian
आकाश के सितारों के साथ हैं
आकाश के सितारों के साथ हैं
Neeraj Agarwal
...
...
Ravi Yadav
मीठा खाय जग मुआ,
मीठा खाय जग मुआ,
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
देश और जनता~
देश और जनता~
दिनेश एल० "जैहिंद"
Loading...