कविता
बाल दिवस
चौदह नबम्बर को हम बाल दिवस मनाते है
छोटे-छोटे बच्चों के चेहरे खिल-खिल जाते है।
बच्चे हर्षित हो रहे है आज आया बाल दिवस
चाचा जवाहर लाल नेहरू जी का जन्मदिवस।
बच्चे रहे महफूज यहाँ वो सदैव उन्नति पाए
खुशियाँ मिले अपार, दुख-दर्द कभी न आए।
मन में लिए उल्लास खुश है आज सब बच्चे
भगवान के रुप होते प्यारे बच्चे मन के सच्चे।
जो मजा खेलने में आता और किसी में नहीं
पढ़ना-लिखना जीवन में कोई हँसी-खेल नहीं।
बाल दिवस का बच्चे करते रहते है इंतजार
मौज-मस्ती करते जैसे आया मौसम बहार।
चाचा नेहरू जी को बच्चों से था गहरा नाता
इसीलिए बच्चों को नेहरू जी का साथ भाता।
सुमन अग्रवाल “सागरिका”
आगरा