Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 Jul 2018 · 1 min read

कविता

“बलात्कार”
*********

रो रही कुदरत जमीं पर मृत अधर भी काँपते हैं,
देश की बेटी लुटी है लोग चोटें नापते हैं।

याद उस दुर्गंध की जब खुरदुरी जकड़न दिलातीं,
दहशती आलम डराता सूरतें धड़कन बढ़ातीं।

रात-दिन वहशी दरिंदे देखकर मैं चींखती हूँ,
हाथ गंदे पा बदन पर देह अपनी भींचती हूँ।

कदम बढ़ते नहीं थल पर भयावित काँपती हूँ मैं,
छुएँ ना हाथ दुर्योधन कलेजा ढाँपती हूँ मैं।

घसीटी बाँह ,तन लूटा मगर कोई नहीं आया,
हुई जब खून से लथपथ सड़क पर फेंक दी काया।

हुई बे-आबरू जब से उजाला रास ना आया,
तड़प जीने नहीं देती मुझे मधुमास ना भाया।

किया रुस्वा ज़माने ने धरा सीता समा बैठी।
लुटाकर द्रोपदी निज लाज अपनों में लजा बैठी।

न सतयुग रास आया था न कलयुग रास आया है।
सिसकती आबरू कहती यही अहसास पाया है।

डॉ. रजनी अग्रवाल ‘वाग्देवी रत्ना’
वाराणसी(उ. प्र.)
संपादिका-साहित्य धरोहर

Language: Hindi
353 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना'
View all
You may also like:
पति पत्नी में परस्पर हो प्यार और सम्मान,
पति पत्नी में परस्पर हो प्यार और सम्मान,
ओनिका सेतिया 'अनु '
मेरे होंठों पर
मेरे होंठों पर
Surinder blackpen
फूल ही फूल
फूल ही फूल
shabina. Naaz
धर्म-कर्म (भजन)
धर्म-कर्म (भजन)
Sandeep Pande
संजय सनातन की कविता संग्रह गुल्लक
संजय सनातन की कविता संग्रह गुल्लक
Paras Nath Jha
2246.🌹इंसान हूँ इंसानियत की बात करता हूँ 🌹
2246.🌹इंसान हूँ इंसानियत की बात करता हूँ 🌹
Dr.Khedu Bharti
चलो
चलो
हिमांशु Kulshrestha
रेतीले तपते गर्म रास्ते
रेतीले तपते गर्म रास्ते
Atul "Krishn"
दान देने के पश्चात उसका गान  ,  दान की महत्ता को कम ही नहीं
दान देने के पश्चात उसका गान , दान की महत्ता को कम ही नहीं
Seema Verma
"हृदय में कुछ ऐसे अप्रकाशित गम भी रखिए वक़्त-बेवक्त जिन्हें आ
दुष्यन्त 'बाबा'
#अज्ञानी_की_कलम
#अज्ञानी_की_कलम
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
हमारा साथ और यह प्यार
हमारा साथ और यह प्यार
gurudeenverma198
बेरोजगारी।
बेरोजगारी।
Anil Mishra Prahari
रूकतापुर...
रूकतापुर...
Shashi Dhar Kumar
बारिश
बारिश
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
Aksar rishte wahi tikte hai
Aksar rishte wahi tikte hai
Sakshi Tripathi
प्रेम भरी नफरत
प्रेम भरी नफरत
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
"आओ हम सब मिल कर गाएँ भारत माँ के गान"
Lohit Tamta
प्यार की स्टेजे (प्रक्रिया)
प्यार की स्टेजे (प्रक्रिया)
Ram Krishan Rastogi
कान्हा तेरी नगरी
कान्हा तेरी नगरी
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
सफर दर-ए-यार का,दुश्वार था बहुत।
सफर दर-ए-यार का,दुश्वार था बहुत।
पूर्वार्थ
💐प्रेम कौतुक-305💐
💐प्रेम कौतुक-305💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
दिल से ….
दिल से ….
Rekha Drolia
त्योहार
त्योहार
Dr. Pradeep Kumar Sharma
रक्षाबन्धन
रक्षाबन्धन
कार्तिक नितिन शर्मा
वो काजल से धार लगाती है अपने नैनों की कटारों को ,,
वो काजल से धार लगाती है अपने नैनों की कटारों को ,,
Vishal babu (vishu)
प्रेम में सब कुछ सहज है
प्रेम में सब कुछ सहज है
Ranjana Verma
क्या हमारी नियति हमारी नीयत तय करती हैं?
क्या हमारी नियति हमारी नीयत तय करती हैं?
Soniya Goswami
डर-डर से जिंदगी यूं ही खत्म हो जाएगी एक दिन,
डर-डर से जिंदगी यूं ही खत्म हो जाएगी एक दिन,
manjula chauhan
प्रभु नृसिंह जी
प्रभु नृसिंह जी
Anil chobisa
Loading...