Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Nov 2018 · 1 min read

कविता (माँ)

माँ तेरा वह लालन पालन, तेरा वह दुलराना ।
थपकी,लोरी,तुतली बोली,आँचल दूध पिलाना ।
याद बहुत आता है सब ,तुझको बहुत सताना ।
माँ तेरा वह लालन पालन, तेरा वह दुलराना ।।

छोटा था तुम छिप जाती थी,रोता था बाहर आती थी ।
छुपा छुपी तुम रोज़ खिलाती,खेल खेल में ख़ूब हँसाती।
मेरा बेटा राजा बेटा , कह कह कर फुसलाना ।
माँ तेरा वह लालन पालन, तेरा वह दुलराना ।।

कहाँ गयी हो जग जीवन से,आ जाओ तुम किसी जतन से।
आँख थकी सी जाती है , हर क्षण याद दिलाती है ।
बड़ा कठिन है बिना तुम्हारे, यह जीवन जी पाना ।
माँ तेरा वह लालन पालन, तेरा वह दुलराना ।।

रीति,प्रीति ये सब झूठी है ,लोभ,मोह लगती मीठी है ।
रिश्ते -नाते बिना तुम्हारे , फीके ही लगते हैं सारे ।
सच में नश्वर जीवन का , होता नहीं ठिकाना ?
माँ तेरा वह लालन पालन, तेरा वह दुलराना ।।

-सत्येन्द्र पटेल’प्रखर’

Language: Hindi
5 Likes · 3 Comments · 468 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’
View all
You may also like:
सत्य की खोज
सत्य की खोज
Prakash Chandra
शायद शब्दों में भी
शायद शब्दों में भी
Dr Manju Saini
लगता है आवारगी जाने लगी है अब,
लगता है आवारगी जाने लगी है अब,
Deepesh सहल
आजकल कल मेरा दिल मेरे बस में नही
आजकल कल मेरा दिल मेरे बस में नही
कृष्णकांत गुर्जर
2859.*पूर्णिका*
2859.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
💐प्रेम कौतुक-391💐
💐प्रेम कौतुक-391💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
आये हो मिलने तुम,जब ऐसा हुआ
आये हो मिलने तुम,जब ऐसा हुआ
gurudeenverma198
यही तो मजा है
यही तो मजा है
Otteri Selvakumar
कितने पन्ने
कितने पन्ने
Satish Srijan
ज्योतिष विज्ञान एव पुनर्जन्म धर्म के परिपेक्ष्य में ज्योतिषीय लेख
ज्योतिष विज्ञान एव पुनर्जन्म धर्म के परिपेक्ष्य में ज्योतिषीय लेख
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
गाँव पर ग़ज़ल
गाँव पर ग़ज़ल
नाथ सोनांचली
तुम्हारी जय जय चौकीदार
तुम्हारी जय जय चौकीदार
Shyamsingh Lodhi (Tejpuriya)
"मोल"
Dr. Kishan tandon kranti
Dont judge by
Dont judge by
Vandana maurya
शिक्षा
शिक्षा
Buddha Prakash
Khamoshi bhi apni juban rakhti h
Khamoshi bhi apni juban rakhti h
Sakshi Tripathi
तात
तात
डॉ०छोटेलाल सिंह 'मनमीत'
विश्व गुरु भारत का तिरंगा, विश्व पटल लहराएगा।
विश्व गुरु भारत का तिरंगा, विश्व पटल लहराएगा।
Neelam Sharma
तुम्हें कुछ-कुछ सुनाई दे रहा है।
तुम्हें कुछ-कुछ सुनाई दे रहा है।
*Author प्रणय प्रभात*
मां कुष्मांडा
मां कुष्मांडा
Mukesh Kumar Sonkar
स्वस्थ तन
स्वस्थ तन
Sandeep Pande
जिन्दगी से भला इतना क्यूँ खौफ़ खाते हैं
जिन्दगी से भला इतना क्यूँ खौफ़ खाते हैं
Shweta Soni
ओ! चॅंद्रयान
ओ! चॅंद्रयान
kavita verma
हमेशा..!!
हमेशा..!!
'अशांत' शेखर
***कृष्णा ***
***कृष्णा ***
Kavita Chouhan
अनसोई कविता...........
अनसोई कविता...........
sushil sarna
“ इन लोगों की बात सुनो”
“ इन लोगों की बात सुनो”
DrLakshman Jha Parimal
जो दिखता है नहीं सच वो हटा परदा ज़रा देखो
जो दिखता है नहीं सच वो हटा परदा ज़रा देखो
आर.एस. 'प्रीतम'
*संपूर्ण रामचरितमानस का पाठ: दैनिक रिपोर्ट*
*संपूर्ण रामचरितमानस का पाठ: दैनिक रिपोर्ट*
Ravi Prakash
जिंदगी का सफर
जिंदगी का सफर
Gurdeep Saggu
Loading...