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30 Nov 2016 · 1 min read

कविता :– नोट के बदलते तेवर ॥

कविता :– नोट के बदलते तेवर ॥

आज हिन्द करवट बदला है !
लोगों का भी मन मचला है !
आज देश में ,
और नोट में ,
साथ हुआ बदलाव ।
नेताओं को आज बता दो ,
बंद करें टकराव ॥

लूट-मार , अब बंद ठगी है !
गद्दारों को चोट लगी है !
आज नोट नें
बदले तेवर ,
उन्हे दिया है घाव ।
नेताओं को आज बता दो ,
बन्द करें टकराव ॥

देश विरोधी दंगे कम है !
खुशियों का प्यारा मौसम है !
गंगाजल संग ,
बहता जमजम ,
बिना किसी अटकाव ।
नेताओं को आज बता दो ,
बन्द करें टकराव ॥

काले धन की लाल कमाई !
नई भोर लेती अंगड़ाई !
गद्दारों की ,
शामत आईं !
बंद हुआ पथराव ॥
नेताओं को आज बता दो ,
बन्द करें टकराव ॥

कवि – अनुज तिवारी “इंदवार”

Language: Hindi
620 Views
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