Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
12 Jul 2016 · 1 min read

कविता :– तुम फौजी की बीबी हो …..!!

तुम फौजी की बीबी हो…….

तुम्हें नाज होना चाहिये ,
तुम फौजी की बीबी हो !!

सेना मे सरहद पर ,
हमने टकराया तलवारों से !
फौलादी सीना अड़ा दिया ,
गोली की बौछारों पे !!
हँस कर लांघ गये रास्ते ,
जब मौत खड़ी थी सामने !
मौत को भी मात दे दी
कहा आना बाद मे !!

दिल में आग होना चाहिये !
तुम्हें नाज होना चाहिये ,
तुम फैजी की बीबी हो !!

मेरा कौम ये मुल्क मेरा ,
जब-जब कुर्वानी देता है !
तुम तिलक बना सिन्दूर का ,
मेरे माथे पे लगा कर भेजा है !!
चट्टानो सा हौसला ,
तुम हिम्मत भरती सांसों मे !
जन्नत की ये जिन्दगी ,
काटी तुमने वीरानो मे !!

तेरे सर पे ताज होना चाहिये !
तुम्हें नाज होना चाहिये ,
तुम फौजी की बीबी हो !!

लोग अमर हुये धरा मे ,
होठों से अमृत पाने पर !
हम फौजी यहाँ अमर हुये ,
सीने मे गोली खाने पर !!
तुम्हें कसम लेनी होगी ,
तुम आँसू नहीं बहाओगी !
“जय हिन्द ” का नारा देती ,
मेरे मैय्यत पर आओगी !!

आज नही रोना चाहिये !
तुम्हें नाज होना चाहिये !
तुम फौजी की बीबी हो !!

रचनाकार :– अनुज तिवारी

Language: Hindi
3 Likes · 8 Comments · 11670 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
2717.*पूर्णिका*
2717.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
हाथ छुडाकर क्यों गया तू,मेरी खता बता
हाथ छुडाकर क्यों गया तू,मेरी खता बता
डा गजैसिह कर्दम
'हक़' और हाकिम
'हक़' और हाकिम
आनन्द मिश्र
प्यार में आलिंगन ही आकर्षण होता हैं।
प्यार में आलिंगन ही आकर्षण होता हैं।
Neeraj Agarwal
अर्जुन धुरंधर न सही ...एकलव्य तो बनना सीख लें ..मौन आखिर कब
अर्जुन धुरंधर न सही ...एकलव्य तो बनना सीख लें ..मौन आखिर कब
DrLakshman Jha Parimal
आत्मीय मुलाकात -
आत्मीय मुलाकात -
Seema gupta,Alwar
कलियुग है
कलियुग है
Sanjay ' शून्य'
💐प्रेम कौतुक-239💐
💐प्रेम कौतुक-239💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
नफ़्स
नफ़्स
निकेश कुमार ठाकुर
मुस्कुराते रहो
मुस्कुराते रहो
Basant Bhagawan Roy
******गणेश-चतुर्थी*******
******गणेश-चतुर्थी*******
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
सब विश्वास खोखले निकले सभी आस्थाएं झूठीं
सब विश्वास खोखले निकले सभी आस्थाएं झूठीं
Ravi Ghayal
बिखर गई INDIA की टीम बारी बारी ,
बिखर गई INDIA की टीम बारी बारी ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
महामना फुले बजरिए हाइकु / मुसाफ़िर बैठा
महामना फुले बजरिए हाइकु / मुसाफ़िर बैठा
Dr MusafiR BaithA
दोहा
दोहा
दुष्यन्त 'बाबा'
जब जब तुम्हे भुलाया
जब जब तुम्हे भुलाया
Bodhisatva kastooriya
पेट लव्हर
पेट लव्हर
Dr. Pradeep Kumar Sharma
गलत चुनाव से
गलत चुनाव से
Dr Manju Saini
तंग जिंदगी
तंग जिंदगी
लक्ष्मी सिंह
“बदलते भारत की तस्वीर”
“बदलते भारत की तस्वीर”
पंकज कुमार कर्ण
*ये साँसों की क्रियाऍं हैं:सात शेर*
*ये साँसों की क्रियाऍं हैं:सात शेर*
Ravi Prakash
अंतरंग प्रेम
अंतरंग प्रेम
Paras Nath Jha
भगतसिंह का आख़िरी खत
भगतसिंह का आख़िरी खत
Shekhar Chandra Mitra
उस पार की आबोहवां में जरासी मोहब्बत भर दे
उस पार की आबोहवां में जरासी मोहब्बत भर दे
'अशांत' शेखर
पश्चाताप का खजाना
पश्चाताप का खजाना
अशोक कुमार ढोरिया
◆ आज का दोहा।
◆ आज का दोहा।
*Author प्रणय प्रभात*
बाल कविता : काले बादल
बाल कविता : काले बादल
Rajesh Kumar Arjun
बातें की बहुत की तुझसे,
बातें की बहुत की तुझसे,
Vaishnavi Gupta (Vaishu)
-- दिव्यांग --
-- दिव्यांग --
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
अविकसित अपनी सोच को
अविकसित अपनी सोच को
Dr fauzia Naseem shad
Loading...