Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 Jan 2017 · 1 min read

कलियां

बेंटियां(कलियां)

हर आँगन में खिली कली है।
कुछ मुरझायी कुछ अधखिली है।
हृदय में अभिलाषा के मोती।
प्रतिकली जीवन भर संजोती।
बिखरतें सपने टूटते दर्पण।
करती तन-मन-धन-अर्पण।
स्वभाव है इसका सवयं समर्पण।
वितरित करती खुशियां हर सू।
बिखराती मुस्कान यें हर भू।
जाने ना कोई पीड़ा इसकी।
बस मन में ही लेती सिस्की।
करे न यें प्रतिफल की इच्छा।
जीवन इसका एक समीक्षा।

सुधा भारद्वाज
विकासनगर उत्तराखण्ड

326 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
बीते कल की क्या कहें,
बीते कल की क्या कहें,
sushil sarna
तेरे संग ये जिंदगी बिताने का इरादा था।
तेरे संग ये जिंदगी बिताने का इरादा था।
Surinder blackpen
आदतें
आदतें
Sanjay ' शून्य'
तुम जब भी जमीन पर बैठो तो लोग उसे तुम्हारी औक़ात नहीं बल्कि
तुम जब भी जमीन पर बैठो तो लोग उसे तुम्हारी औक़ात नहीं बल्कि
लोकेश शर्मा 'अवस्थी'
बस फेर है नज़र का हर कली की एक अपनी ही बेकली है
बस फेर है नज़र का हर कली की एक अपनी ही बेकली है
Atul "Krishn"
एक बंदर
एक बंदर
Harish Chandra Pande
बेचारे नेता
बेचारे नेता
दुष्यन्त 'बाबा'
अभी तक हमने
अभी तक हमने
*Author प्रणय प्रभात*
गीत-14-15
गीत-14-15
Dr. Sunita Singh
मानसिकता का प्रभाव
मानसिकता का प्रभाव
Anil chobisa
"लट्टू"
Dr. Kishan tandon kranti
Hard work is most important in your dream way
Hard work is most important in your dream way
Neeleshkumar Gupt
२०२३ में विपक्षी दल, मोदी से घवराए
२०२३ में विपक्षी दल, मोदी से घवराए
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
I am not born,
I am not born,
Ankita Patel
धार्मिकता और सांप्रदायिकता / MUSAFIR BAITHA
धार्मिकता और सांप्रदायिकता / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
तू रूठा मैं टूट गया_ हिम्मत तुमसे सारी थी।
तू रूठा मैं टूट गया_ हिम्मत तुमसे सारी थी।
Rajesh vyas
त्रिया चरित्र
त्रिया चरित्र
Rakesh Bahanwal
(25) यह जीवन की साँझ, और यह लम्बा रस्ता !
(25) यह जीवन की साँझ, और यह लम्बा रस्ता !
Kishore Nigam
जब तक रहेगी ये ज़िन्दगी
जब तक रहेगी ये ज़िन्दगी
Mr.Aksharjeet
I have recognized myself by understanding the values of the constitution. – Desert Fellow Rakesh Yadav
I have recognized myself by understanding the values of the constitution. – Desert Fellow Rakesh Yadav
Desert fellow Rakesh
व्यक्तिगत अभिव्यक्ति
व्यक्तिगत अभिव्यक्ति
Shyam Sundar Subramanian
राज
राज
Neeraj Agarwal
*देखने लायक नैनीताल (गीत)*
*देखने लायक नैनीताल (गीत)*
Ravi Prakash
काश वो होते मेरे अंगना में
काश वो होते मेरे अंगना में
मनमोहन लाल गुप्ता 'अंजुम'
परिवार
परिवार
नवीन जोशी 'नवल'
गजल
गजल
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
माँ भारती के वरदपुत्र: नरेन्द्र मोदी
माँ भारती के वरदपुत्र: नरेन्द्र मोदी
Dr. Upasana Pandey
3158.*पूर्णिका*
3158.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
कहते हो इश्क़ में कुछ पाया नहीं।
कहते हो इश्क़ में कुछ पाया नहीं।
Manoj Mahato
ए जिंदगी तू सहज या दुर्गम कविता
ए जिंदगी तू सहज या दुर्गम कविता
Shyam Pandey
Loading...