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8 Sep 2020 · 1 min read

कलम

कलम

मेरी इस कलम ने
दुख में दिया
मेरा साथ
कोशिश की बंटाने की
खुशी में भी
दिया मेरा साथ
कोशिश की बांटने की
की इसने सृजना
पद्य की
गद्य की
कितनी रचनाएं की
बढ़ा दिया
मेरा सम्मान
कर दिए
मेरे सुख-दुख भी
अमर

-विनोद सिल्ला©

Language: Hindi
2 Likes · 1 Comment · 372 Views
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