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15 Oct 2019 · 1 min read

करवा चौथ

करवा चौथ पर्व उड़ाता हैं नोट
पति बेचारे के उड़ाता यह होश

साल में आए यदि यह बार बार
पति की नही ना बच पाए पगार

भरतार दीर्घायु का होता है पर्व
दीवाली पूर्व दिवाले का यह पर्व

सजती संवरतीहै,रखती हैं वर्त
खरीदारी की पूरी करती है शर्त

कुछ दिन पूर्व दे देती हैं हवाला
पति श्री का निकालती दिवाला

मित्रों संग दो घूंट मय है लगाता
हूरे नजर से नशा उतर है जाता

वनिता कदम बाजार को जाते
भर्ता कदम घर को हैं निकलते

पत्नी मुख फूला नहीं है समाता
पति बैचारा रहता है तमतमाता

खरीदे सूट गर दुपट्टा मिल जाता
नया सूट खरीद सबब बन जाता

लिपस्टिक बिंदी सजावट सामग्री
रहती ना शेष आवश्यक सामग्री

364 दिन होते हैं पत्नी के वर्ष में
एक दिन पति का है पूरे खर्च में

निकले ना चाँद पति की इज्ज़त
पत्नी की वर्षभर होती है इज्ज्त

खर्चा भारी चाहे हो जाए दुबारा
करवा आए साल में फिर दुबारा

करवा चौथ पर्व उड़ाता है नोट
पति बैचारे के उड़ाता यह होश

सुखविंद्र सिंह मनसीरत

Language: Hindi
387 Views
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