Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 Oct 2020 · 1 min read

कभी नींद लेते हैं

ये रात के दामन में छिटके अंधेरे
कभी नींद देते हैं कभी नींद लेते हैं
कभी पलकों पे
कच्चे पक्के से ख़वाब बुनते हैं

ये रात के दामन में छिटके अंधेरे
कभी चुप रहते हैं
कभी सांसों को सुनते हैं
सब के हिस्से के अंधेरे उजाले को गिनते है

ये रात के दामन में छिटके अंधेरे
चांद और सितारों के नीबाले गिनते हैं
जुगनूओं के परों के छाले गिनते हैं
सपनो के पैरों के छाले चुनते हैं
अपनों के नयनों के उबाले गिनते है
ये अंधेरे जाने क्या क्या करते हैं
~ सिद्धार्थ

Language: Hindi
3 Likes · 332 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
💐प्रेम कौतुक-282💐
💐प्रेम कौतुक-282💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
पहले क्यों तुमने, हमको अपने दिल से लगाया
पहले क्यों तुमने, हमको अपने दिल से लगाया
gurudeenverma198
ज़िंदगी के सारे पृष्ठ
ज़िंदगी के सारे पृष्ठ
Ranjana Verma
चुनावी वादा
चुनावी वादा
नंदलाल सिंह 'कांतिपति'
■ ग़ज़ल / ख़ाली निकला...
■ ग़ज़ल / ख़ाली निकला...
*Author प्रणय प्रभात*
परतंत्रता की नारी
परतंत्रता की नारी
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
भारती-विश्व-भारती
भारती-विश्व-भारती
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
कुछ पल अपने लिए
कुछ पल अपने लिए
Mukesh Kumar Sonkar
" लोग "
Chunnu Lal Gupta
कवि की कल्पना
कवि की कल्पना
Rekha Drolia
कितने ही गठबंधन बनाओ
कितने ही गठबंधन बनाओ
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Mahendra Narayan
आखिर क्यूं?
आखिर क्यूं?
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
जो लिखा नहीं.....लिखने की कोशिश में हूँ...
जो लिखा नहीं.....लिखने की कोशिश में हूँ...
Vishal babu (vishu)
: काश कोई प्यार को समझ पाता
: काश कोई प्यार को समझ पाता
shabina. Naaz
दहलीज़ पराई हो गई जब से बिदाई हो गई
दहलीज़ पराई हो गई जब से बिदाई हो गई
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
"मैं न चाहता हार बनू मैं
Shubham Pandey (S P)
*अज्ञानी की कलम शूल_पर_गीत
*अज्ञानी की कलम शूल_पर_गीत
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
आता सबको याद है, अपना सुखद अतीत।
आता सबको याद है, अपना सुखद अतीत।
महेश चन्द्र त्रिपाठी
"झूठ और सच" हिन्दी ग़ज़ल
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
जयंत (कौआ) के कथा।
जयंत (कौआ) के कथा।
Acharya Rama Nand Mandal
दलित लेखक बिपिन बिहारी से परिचय कीजिए / MUSAFIR BAITHA
दलित लेखक बिपिन बिहारी से परिचय कीजिए / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
*जनसेवा अब शब्दकोश में फरमाती आराम है (गीतिका)*
*जनसेवा अब शब्दकोश में फरमाती आराम है (गीतिका)*
Ravi Prakash
So, blessed by you , mom
So, blessed by you , mom
Rajan Sharma
🔘सुविचार🔘
🔘सुविचार🔘
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
*देकर ज्ञान गुरुजी हमको जीवन में तुम तार दो*
*देकर ज्ञान गुरुजी हमको जीवन में तुम तार दो*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
दोस्ती देने लगे जब भी फ़रेब..
दोस्ती देने लगे जब भी फ़रेब..
अश्क चिरैयाकोटी
सच्चाई ~
सच्चाई ~
दिनेश एल० "जैहिंद"
23/83.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/83.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
Loading...