कभी काया या माया पर नहीं अभिमान तुम करना
कभी काया या माया पर नहीं अभिमान तुम करना
गुणों को ही सदा अपनी यहाँ पहचान तुम करना
हमारे साथ तो केवल हमारे कर्म जाएंगे
मिले हैं हाथ दो हमको उन्हें भगवान तुम करना
डॉ अर्चना गुप्ता
कभी काया या माया पर नहीं अभिमान तुम करना
गुणों को ही सदा अपनी यहाँ पहचान तुम करना
हमारे साथ तो केवल हमारे कर्म जाएंगे
मिले हैं हाथ दो हमको उन्हें भगवान तुम करना
डॉ अर्चना गुप्ता