Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
30 Dec 2019 · 1 min read

कन्फ्यूज़ पति (हास्य कविता )

पति
बैठा
दो घंटे से
बिना
शक्कर
चाय बना
पत्नी कर रही
मेकअप
अंदर कमरे
अब वह डाले
दो चम्मच शक्कर
या एक
अगर डाली दो
तो कहेगी
“एक डालनी थी” और
“एक डाली तो
कहेगी दो डालनी थी”
पति बैठा सोच
बड़ा कन्फ्यूजन है
भाई

Language: Hindi
417 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
चंद सिक्कों की खातिर
चंद सिक्कों की खातिर
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
White patches
White patches
Buddha Prakash
एक मुस्कान के साथ फूल ले आते हो तुम,
एक मुस्कान के साथ फूल ले आते हो तुम,
Kanchan Alok Malu
मेरा देश महान
मेरा देश महान
Dr. Pradeep Kumar Sharma
सब छोड़कर अपने दिल की हिफाजत हम भी कर सकते है,
सब छोड़कर अपने दिल की हिफाजत हम भी कर सकते है,
Vaishnavi Gupta (Vaishu)
छोटी कहानी -
छोटी कहानी - "पानी और आसमान"
Dr Tabassum Jahan
बदलती दुनिया
बदलती दुनिया
साहित्य गौरव
💐प्रेम कौतुक-168💐
💐प्रेम कौतुक-168💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
"सफलता"
Dr. Kishan tandon kranti
राम को कैसे जाना जा सकता है।
राम को कैसे जाना जा सकता है।
Yogi Yogendra Sharma : Motivational Speaker
■ आज का गीत
■ आज का गीत
*Author प्रणय प्रभात*
बोलो बोलो हर हर महादेव बोलो
बोलो बोलो हर हर महादेव बोलो
gurudeenverma198
फूलन देवी
फूलन देवी
Shekhar Chandra Mitra
जब भी बुलाओ बेझिझक है चली आती।
जब भी बुलाओ बेझिझक है चली आती।
Ahtesham Ahmad
कभी महफ़िल कभी तन्हा कभी खुशियाँ कभी गम।
कभी महफ़िल कभी तन्हा कभी खुशियाँ कभी गम।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
सफलता का जश्न मनाना ठीक है, लेकिन असफलता का सबक कभी भूलना नह
सफलता का जश्न मनाना ठीक है, लेकिन असफलता का सबक कभी भूलना नह
Ranjeet kumar patre
एक अबोध बालक
एक अबोध बालक
DR ARUN KUMAR SHASTRI
मुश्किल जब सताता संघर्ष बढ़ जाता है🌷🙏
मुश्किल जब सताता संघर्ष बढ़ जाता है🌷🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
*घूॅंघट में द्विगुणित हुआ, नारी का मधु रूप (कुंडलिया)*
*घूॅंघट में द्विगुणित हुआ, नारी का मधु रूप (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
मोदी जी ; देश के प्रति समर्पित
मोदी जी ; देश के प्रति समर्पित
कवि अनिल कुमार पँचोली
वक्त गर साथ देता
वक्त गर साथ देता
VINOD CHAUHAN
Never settle for less than you deserve.
Never settle for less than you deserve.
पूर्वार्थ
हमारा विद्यालय
हमारा विद्यालय
आर.एस. 'प्रीतम'
भारत का सिपाही
भारत का सिपाही
Rajesh
संकल्प
संकल्प
Shyam Sundar Subramanian
School ke bacho ko dusre shehar Matt bhejo
School ke bacho ko dusre shehar Matt bhejo
Tushar Jagawat
छन्द- सम वर्णिक छन्द
छन्द- सम वर्णिक छन्द " कीर्ति "
rekha mohan
मिलो ना तुम अगर तो अश्रुधारा छूट जाती है ।
मिलो ना तुम अगर तो अश्रुधारा छूट जाती है ।
Arvind trivedi
मौन हूँ, अनभिज्ञ नही
मौन हूँ, अनभिज्ञ नही
संजय कुमार संजू
शीर्षक - बुढ़ापा
शीर्षक - बुढ़ापा
Neeraj Agarwal
Loading...