कठघरे में खड़ी कविता
अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता
आख़िर है क्या!
एक खुबसूरत
नारे के सिवा!!
आसन और सिंहासन की
मिली-भगत से
आज कठघरे में खड़ी है
हर जीवंत कविता!!
Shekhar Chandra Mitra
#freedomofspeech
#RomanticRebel
अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता
आख़िर है क्या!
एक खुबसूरत
नारे के सिवा!!
आसन और सिंहासन की
मिली-भगत से
आज कठघरे में खड़ी है
हर जीवंत कविता!!
Shekhar Chandra Mitra
#freedomofspeech
#RomanticRebel