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7 Sep 2017 · 1 min read

कटोरा

कटोरा सिर्फ पात्र नहीं
खान-पान की व्यंजन
परोसने के लिए,
कटोरा पहचान भी
हो सकता है
भिन्न-भिन्न जनसमुदाय का;
एक समुदाय बाँटते है
या भेंट करते है
चाँदी,सोने का कटोरा
बच्चों की खुशी के लिए
उनके जन्मदिवस पर
दिखाने उनकी हस्ती को ;
एक समुदाय कत्ल कर
बच्चों की बचपन की
तमाम खुशियों को
उनके हाथों में
थमा दिया करते है
टूटी-फूटी गंदी सी
एक साधारण कटोरा,
सिर्फ और सिर्फ
लोगों से माँगने के लिए
सिखाते जुगाड़ करने का तरीका
दो वक्त की रोटी के लिए
सदा लोगों पर आश
लगाए रहने का सलीका;
अन्य एक समुदाय भी है
जो अक्सर आंदोलन हेतु
आजकल कटोरा लिए
सड़क पर निकल आते
अपना हक साबित करने,
क्योंकि रोटी-कपड़ा-मकान
सबके लिए एक समान
फिर क्यों होंगे वे अपमान
प्रश्न करते है शासकवर्ग से
पर जवाब कोई न देते ;
देखो यह है कटोरे की कहानी
समझोना उसे इतना आम
है उसका भी समाज में
तुम्हारे जैसा ही अवदान
उसे निचा दिखाने की
न करो तुम नादानी ।

Language: Hindi
471 Views
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