Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 Jun 2021 · 1 min read

कचौड़ी-भोज (कुंडलिया)

कचौड़ी-भोज (कुंडलिया)
??????????
गरम कचौड़ी यदि सिंकी , बाकी सब फिर फेल
पतले – आलू रायता , गंगाफल का मेल
गंगाफल का मेल , श्रेष्ठतम भोज कहाता
मिलता यह जिस रोज ,भाग्यफल खिल-खिल जाता
कहते रवि कविराय , प्लेट हलवे की दौड़ी
खा कर मन है तृप्त , धन्य हे गरम कचौड़ी
?????????
रचयिता : रवि प्रकाश, बाजार सर्राफा
रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99976 15451

250 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Ravi Prakash
View all
You may also like:
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
" नारी का दुख भरा जीवन "
Surya Barman
मजदूर का बेटा हुआ I.A.S
मजदूर का बेटा हुआ I.A.S
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
2500.पूर्णिका
2500.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
*जनसमूह के मध्य साक्षात्कार-शैली की सफल प्रस्तुति के जन्मदात
*जनसमूह के मध्य साक्षात्कार-शैली की सफल प्रस्तुति के जन्मदात
Ravi Prakash
যখন হৃদয় জ্বলে, তখন প্রদীপ জ্বালানোর আর প্রয়োজন নেই, হৃদয়ে
যখন হৃদয় জ্বলে, তখন প্রদীপ জ্বালানোর আর প্রয়োজন নেই, হৃদয়ে
Sakhawat Jisan
आओ नया निर्माण करें
आओ नया निर्माण करें
Vishnu Prasad 'panchotiya'
■ मेरे संस्मरण
■ मेरे संस्मरण
*Author प्रणय प्रभात*
सिर्फ खुशी में आना तुम
सिर्फ खुशी में आना तुम
Jitendra Chhonkar
तुम वोट अपना मत बेच देना
तुम वोट अपना मत बेच देना
gurudeenverma198
कवनो गाड़ी तरे ई चले जिंदगी
कवनो गाड़ी तरे ई चले जिंदगी
आकाश महेशपुरी
आज का चयनित छंद
आज का चयनित छंद"रोला"अर्ध सम मात्रिक
rekha mohan
नादान पक्षी
नादान पक्षी
Neeraj Agarwal
मैं भटकता ही रहा दश्त-ए-शनासाई में
मैं भटकता ही रहा दश्त-ए-शनासाई में
Anis Shah
एक ख्वाब थे तुम,
एक ख्वाब थे तुम,
लक्ष्मी सिंह
हसरतों की भी एक उम्र होनी चाहिए।
हसरतों की भी एक उम्र होनी चाहिए।
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
करगिल के वीर
करगिल के वीर
Shaily
One day you will realized that happiness was never about fin
One day you will realized that happiness was never about fin
पूर्वार्थ
आप अपनी नज़र से
आप अपनी नज़र से
Dr fauzia Naseem shad
उनकी महफ़िल में मेरी हालात-ए-जिक्र होने लगी
उनकी महफ़िल में मेरी हालात-ए-जिक्र होने लगी
'अशांत' शेखर
हिंदी मेरी माँ
हिंदी मेरी माँ
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
अलविदा कहने से पहले
अलविदा कहने से पहले
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
आज भी अधूरा है
आज भी अधूरा है
Pratibha Pandey
कुछ पंक्तियाँ
कुछ पंक्तियाँ
आकांक्षा राय
भुलाना ग़लतियाँ सबकी सबक पर याद रख लेना
भुलाना ग़लतियाँ सबकी सबक पर याद रख लेना
आर.एस. 'प्रीतम'
दिल से मुझको सदा दीजिए।
दिल से मुझको सदा दीजिए।
सत्य कुमार प्रेमी
हमेशा भरा रहे खुशियों से मन
हमेशा भरा रहे खुशियों से मन
कवि दीपक बवेजा
शिव विनाशक,
शिव विनाशक,
shambhavi Mishra
नौनी लगै घमौरी रे ! (बुंदेली गीत)
नौनी लगै घमौरी रे ! (बुंदेली गीत)
ईश्वर दयाल गोस्वामी
💐प्रेम कौतुक-363💐
💐प्रेम कौतुक-363💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
Loading...