Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 Apr 2020 · 1 min read

औरत

हाय री औरत तेरी तो सदियों से अजब कहानी
छाती से बहे दूध आंखों से बहता रहे खारा पानी!

भूख से खुद की आंते ऐठ गई हो फिर भी
तेरा रक्त दूध बनने की ही करता रहे मन मानी!

चिल्का क्या ही जानेगा रक्त और दूध का अंतर
अन्तिम बूंद तक चूसे जननी के अंतर का स्वेत पानी!
~ सिद्धार्थ

Language: Hindi
2 Likes · 448 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
बिछ गई चौसर चौबीस की,सज गई मैदान-ए-जंग
बिछ गई चौसर चौबीस की,सज गई मैदान-ए-जंग
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
चलो चलें दूर गगन की ओर
चलो चलें दूर गगन की ओर
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
लालच का फल
लालच का फल
Dr. Pradeep Kumar Sharma
कर्जा
कर्जा
RAKESH RAKESH
उड़ रहा खग पंख फैलाए गगन में।
उड़ रहा खग पंख फैलाए गगन में।
surenderpal vaidya
बसंत
बसंत
manjula chauhan
* भीतर से रंगीन, शिष्टता ऊपर से पर लादी【हिंदी गजल/ गीति
* भीतर से रंगीन, शिष्टता ऊपर से पर लादी【हिंदी गजल/ गीति
Ravi Prakash
ब्रह्म मुहूर्त में बिस्तर त्याग सब सुख समृद्धि का आधार
ब्रह्म मुहूर्त में बिस्तर त्याग सब सुख समृद्धि का आधार
पूर्वार्थ
गणपति स्तुति
गणपति स्तुति
Dr Archana Gupta
दुःख  से
दुःख से
Shweta Soni
सुविचार
सुविचार
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
लोहा ही नहीं धार भी उधार की उनकी
लोहा ही नहीं धार भी उधार की उनकी
Dr MusafiR BaithA
बैर भाव के ताप में,जलते जो भी लोग।
बैर भाव के ताप में,जलते जो भी लोग।
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
परम तत्व का हूँ  अनुरागी
परम तत्व का हूँ अनुरागी
AJAY AMITABH SUMAN
अब मेरी आँखों ने आँसुओ को पीना सीख लिया है,
अब मेरी आँखों ने आँसुओ को पीना सीख लिया है,
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
स्वयंसिद्धा
स्वयंसिद्धा
ऋचा पाठक पंत
3097.*पूर्णिका*
3097.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
"परखना "
Yogendra Chaturwedi
वन उपवन हरित खेत क्यारी में
वन उपवन हरित खेत क्यारी में
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
विचार मंच भाग -8
विचार मंच भाग -8
डॉ० रोहित कौशिक
बहुत प्यार करती है वो सबसे
बहुत प्यार करती है वो सबसे
Surinder blackpen
तुझसे रिश्ता
तुझसे रिश्ता
Dr fauzia Naseem shad
💐
💐
*Author प्रणय प्रभात*
वह पढ़ता या पढ़ती है जब
वह पढ़ता या पढ़ती है जब
gurudeenverma198
"अपराध का ग्राफ"
Dr. Kishan tandon kranti
Weekend
Weekend
DR ARUN KUMAR SHASTRI
तुम रट गये  जुबां पे,
तुम रट गये जुबां पे,
Satish Srijan
यहाँ तो सब के सब
यहाँ तो सब के सब
DrLakshman Jha Parimal
मुद्दा मंदिर का
मुद्दा मंदिर का
जय लगन कुमार हैप्पी
मैं अपनी खूबसूरत दुनिया में
मैं अपनी खूबसूरत दुनिया में
ruby kumari
Loading...