Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
22 Oct 2017 · 1 min read

ऐ सनम तेरी नज़रें

ऐ सनम ये तेरी नज़रें हैं या काँटा कोई,
तू जो देखती है तो इक चुभन सी होती है।
जो गुजरतीं हैं हवायें तेरे जिस्म को छूकर,
तो मेरे रूह में इक छुअन सी होती है।।

Language: Hindi
Tag: शेर
4 Likes · 543 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
"आज के दौर में"
Dr. Kishan tandon kranti
बैगन के तरकारी
बैगन के तरकारी
Ranjeet Kumar
हर सुबह उठकर अपने सपनों का पीछा करना ही हमारा वास्तविक प्रेम
हर सुबह उठकर अपने सपनों का पीछा करना ही हमारा वास्तविक प्रेम
Shubham Pandey (S P)
काश तुम मेरी जिंदगी में होते
काश तुम मेरी जिंदगी में होते
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
नेता बनि के आवे मच्छर
नेता बनि के आवे मच्छर
आकाश महेशपुरी
खुद पर यकीन,
खुद पर यकीन,
manjula chauhan
कुछ लिखा हैं तुम्हारे लिए, तुम सुन पाओगी क्या
कुछ लिखा हैं तुम्हारे लिए, तुम सुन पाओगी क्या
Writer_ermkumar
हृदय वीणा हो गया।
हृदय वीणा हो गया।
Pt. Brajesh Kumar Nayak
💐प्रेम कौतुक-493💐
💐प्रेम कौतुक-493💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
अवधी मुक्तक
अवधी मुक्तक
प्रीतम श्रावस्तवी
शर्द एहसासों को एक सहारा मिल गया
शर्द एहसासों को एक सहारा मिल गया
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी"
NSUI कोंडागांव जिला अध्यक्ष शुभम दुष्यंत राणा shubham dushyant rana
NSUI कोंडागांव जिला अध्यक्ष शुभम दुष्यंत राणा shubham dushyant rana
Bramhastra sahityapedia
फकीरी/दीवानों की हस्ती
फकीरी/दीवानों की हस्ती
लक्ष्मी सिंह
सज्जन पुरुष दूसरों से सीखकर
सज्जन पुरुष दूसरों से सीखकर
Bhupendra Rawat
आसानी से कोई चीज मिल जाएं
आसानी से कोई चीज मिल जाएं
शेखर सिंह
The stars are waiting for this adorable day.
The stars are waiting for this adorable day.
Sakshi Tripathi
बदनाम गली थी
बदनाम गली थी
Anil chobisa
Sometimes…
Sometimes…
पूर्वार्थ
‘ विरोधरस ‘---11. || विरोध-रस का आलंबनगत संचारी भाव || +रमेशराज
‘ विरोधरस ‘---11. || विरोध-रस का आलंबनगत संचारी भाव || +रमेशराज
कवि रमेशराज
वक्त
वक्त
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
*अहंकार *
*अहंकार *
DR ARUN KUMAR SHASTRI
मोहब्बत, हर किसी के साथ में नहीं होती
मोहब्बत, हर किसी के साथ में नहीं होती
Vishal babu (vishu)
वक़्त को वक़्त
वक़्त को वक़्त
Dr fauzia Naseem shad
Quote...
Quote...
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
विवश प्रश्नचिन्ह ???
विवश प्रश्नचिन्ह ???
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
तुलसी न होते तो न, होती लोकप्रिय कथा (घनाक्षरी)
तुलसी न होते तो न, होती लोकप्रिय कथा (घनाक्षरी)
Ravi Prakash
सृष्टि का कण - कण शिवमय है।
सृष्टि का कण - कण शिवमय है।
Rj Anand Prajapati
*
*"ममता"* पार्ट-5
Radhakishan R. Mundhra
3106.*पूर्णिका*
3106.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
* काव्य रचना *
* काव्य रचना *
surenderpal vaidya
Loading...