Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 Mar 2018 · 1 min read

ऐ बलिदानी,अमर सैनानी,कोटि कोटि है नमन तुम्हे

ऐ बलिदानी,अमर सैनानी,
कोटि कोटि है नमन तुम्हे,
अटल निश्चयी,अनशन कारी,
है तेरी बलिहारी,
सौंपा जो तुमने,आजाद चमन ।
राजशाही से तुमने टकरा के
तानाशाही से मुक्त कराके,
शिक्षित होने का देके सन्देश हमें।
निर्धन जनता थी शोषण में,
तब तुम शाक्षरता के दूत बने।
घर घर जाकर, सन्देश दिया,
कुप्रथा कुरीती का विरोध किया,
तुमने न विश्राम किया,
राजशाही के बिरुद्ध काम किया।
पकड तुम्हे,तब दे दिया कारवास
तुमने तबभी न छोडी आस,
जुल्म के खिलाफ संघर्ष का स्वरुप बदल दिया,
अनशन तुमने तब शुरु किया,
पल बीते,दिन बीते,बीत गये दो मास,
पर न छोडा तुमने अपना उपवास।
इतिहास रच गये दिन चौरासी का,
फिर त्याग दी अन्तिम सांस।
राजशाही तब घबरा के
फेंक दिया शव भिलंगना पे,
परिजन बंचित रहे अन्तिम दर्शन को,
बात पहुँची जन जन को,
चल पडे आजादी के दिवाने
कफन बान्ध आहुति देने को।
राजशाही तब कांप गयी,
सत्ता गयी, यह भांप गयी,
बलिदान तुम्हारा न ब्यर्थ गया,
हमें मिली आजादी,नाम तुम्हारा अमर हो गया।

Language: Hindi
192 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Jaikrishan Uniyal
View all
You may also like:
धोखा मिला है अपनो से, तो तन्हाई से क्या डरना l
धोखा मिला है अपनो से, तो तन्हाई से क्या डरना l
Shyamsingh Lodhi (Tejpuriya)
कड़वा बोलने वालो से सहद नहीं बिकता
कड़वा बोलने वालो से सहद नहीं बिकता
Ranjeet kumar patre
प्यार करने वाले
प्यार करने वाले
Pratibha Pandey
"सुख"
Dr. Kishan tandon kranti
ये अमलतास खुद में कुछ ख़ास!
ये अमलतास खुद में कुछ ख़ास!
Neelam Sharma
क्यों अब हम नए बन जाए?
क्यों अब हम नए बन जाए?
डॉ० रोहित कौशिक
पुष्प की व्यथा
पुष्प की व्यथा
Shyam Sundar Subramanian
. inRaaton Ko Bhi Gajab Ka Pyar Ho Gaya Hai Mujhse
. inRaaton Ko Bhi Gajab Ka Pyar Ho Gaya Hai Mujhse
Ankita Patel
💐प्रेम कौतुक-432💐
💐प्रेम कौतुक-432💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
प्रहार-2
प्रहार-2
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
कुदरत
कुदरत
manisha
झंझा झकोरती पेड़ों को, पर्वत निष्कम्प बने रहते।
झंझा झकोरती पेड़ों को, पर्वत निष्कम्प बने रहते।
महेश चन्द्र त्रिपाठी
*अज्ञानी की कलम*
*अज्ञानी की कलम*
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी
प्रभु शुभ कीजिए परिवेश
प्रभु शुभ कीजिए परिवेश
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
दिल में हमारे
दिल में हमारे
Dr fauzia Naseem shad
***
*** " पापा जी उन्हें भी कुछ समझाओ न...! " ***
VEDANTA PATEL
मौन जीव के ज्ञान को, देता  अर्थ विशाल ।
मौन जीव के ज्ञान को, देता अर्थ विशाल ।
sushil sarna
#लघुकथा / #सम्मान
#लघुकथा / #सम्मान
*Author प्रणय प्रभात*
Image at Hajipur
Image at Hajipur
Hajipur
शयनकक्ष श्री हरि चले, कौन सँभाले भार ?।
शयनकक्ष श्री हरि चले, कौन सँभाले भार ?।
डॉ.सीमा अग्रवाल
2319.पूर्णिका
2319.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
सब कुछ खत्म नहीं होता
सब कुछ खत्म नहीं होता
Dr. Rajeev Jain
గురు శిష్యుల బంధము
గురు శిష్యుల బంధము
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
What consumes your mind controls your life
What consumes your mind controls your life
पूर्वार्थ
मात -पिता पुत्र -पुत्री
मात -पिता पुत्र -पुत्री
DrLakshman Jha Parimal
*आई वर्षा देखिए, कैसी है सुर-ताल* (कुंडलिया)
*आई वर्षा देखिए, कैसी है सुर-ताल* (कुंडलिया)
Ravi Prakash
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
यादों के झरोखों से...
यादों के झरोखों से...
मनोज कर्ण
तुम्हारा साथ
तुम्हारा साथ
Ram Krishan Rastogi
जिस कदर उम्र का आना जाना है
जिस कदर उम्र का आना जाना है
Harminder Kaur
Loading...