Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
12 Mar 2017 · 1 min read

*** ऐ चाँद ***

ऐ चांद ? तेरी रौशनी
दुनियां को शीतल कर दे
मेरे हृदय की आग को
क्यों ठण्डा नहीं करती
ऐ चांद ?क्या तुम भी
भेदभाव ? करते हो
इन्सां-इन्सां ?के बीच
रोशनी सब?के लिए है
मेरे लिए ? अंधेरा क्यूं
ऐ चांद खुदा जन्नत में है
मेरी शिकायत कह देना
कहते लोग नूर-ए-खुदा
जगमग जहां करता है
तूं भी तो उसी के नूर से
रोशन आसमां में होगा
ना दोष दूंगा मैं तुझको
एक चांद जमीं पर है जो
मुझको बेताब करता है
शायद उपरवाला भी
मुझसे से जलता है
इसीलिए मुझे बार-बार
छलता है छलता है
फिर भी मेरे अंदर वही
प्रेम पलता है पलता है
ऐ चांद उस बेखबर को
तो खबर कर दो जिसके
लिए ये दिल जलता है।।

?मधुप बैरागी

Language: Hindi
1 Like · 557 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from भूरचन्द जयपाल
View all
You may also like:
कभी कभी प्रतीक्षा
कभी कभी प्रतीक्षा
पूर्वार्थ
देवमूर्ति से परे मुक्तिबोध का अक्स / MUSAFIR BAITHA
देवमूर्ति से परे मुक्तिबोध का अक्स / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
सत्य यह भी
सत्य यह भी
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
11कथा राम भगवान की, सुनो लगाकर ध्यान
11कथा राम भगवान की, सुनो लगाकर ध्यान
Dr Archana Gupta
पलक-पाँवड़े
पलक-पाँवड़े
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
🙏 गुरु चरणों की धूल 🙏
🙏 गुरु चरणों की धूल 🙏
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
नौ फेरे नौ वचन
नौ फेरे नौ वचन
Dr. Pradeep Kumar Sharma
मैंने नींदों से
मैंने नींदों से
Dr fauzia Naseem shad
*रियासत रामपुर और राजा रामसिंह : कुछ प्रश्न*
*रियासत रामपुर और राजा रामसिंह : कुछ प्रश्न*
Ravi Prakash
सत्य
सत्य
Dr.Pratibha Prakash
2679.*पूर्णिका*
2679.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
हाँ, मैं कवि हूँ
हाँ, मैं कवि हूँ
gurudeenverma198
* बाल विवाह मुक्त भारत *
* बाल विवाह मुक्त भारत *
DR ARUN KUMAR SHASTRI
हमारी सोच
हमारी सोच
Neeraj Agarwal
बेहद मुश्किल हो गया, सादा जीवन आज
बेहद मुश्किल हो गया, सादा जीवन आज
महेश चन्द्र त्रिपाठी
जो गुजर रही हैं दिल पर मेरे उसे जुबान पर ला कर क्या करू
जो गुजर रही हैं दिल पर मेरे उसे जुबान पर ला कर क्या करू
Rituraj shivem verma
पराया हुआ मायका
पराया हुआ मायका
विक्रम कुमार
धर्म बनाम धर्मान्ध
धर्म बनाम धर्मान्ध
Ramswaroop Dinkar
बादल को रास्ता भी दिखाती हैं हवाएँ
बादल को रास्ता भी दिखाती हैं हवाएँ
Mahendra Narayan
मज़दूर
मज़दूर
Shekhar Chandra Mitra
हिन्दी दोहे- चांदी
हिन्दी दोहे- चांदी
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
■ सकारात्मकता...
■ सकारात्मकता...
*Author प्रणय प्रभात*
" आज भी है "
Aarti sirsat
दर्पण दिखाना नहीं है
दर्पण दिखाना नहीं है
surenderpal vaidya
बाल कविता: मछली
बाल कविता: मछली
Rajesh Kumar Arjun
शिक्षक दिवस पर गुरुवृंद जनों को समर्पित
शिक्षक दिवस पर गुरुवृंद जनों को समर्पित
लोकेश शर्मा 'अवस्थी'
दोदोस्ती,प्यार और धोखा का संबंध
दोदोस्ती,प्यार और धोखा का संबंध
रुपेश कुमार
*प्यार या एहसान*
*प्यार या एहसान*
Harminder Kaur
औरन को परखन चले, खुद की चिंता भूल।
औरन को परखन चले, खुद की चिंता भूल।
श्याम सरीखे
अस्तित्व की ओट?🧤☂️
अस्तित्व की ओट?🧤☂️
डॉ० रोहित कौशिक
Loading...