Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Jul 2016 · 1 min read

ऐसी मेरी बहना

वो सुबह-शाम घर की जलती दीया
रौशन कर रहा घर को मेरी बहना“सिया”
नजाकत से सम्भाली है रिश्तों को टूटने से
कभी उसने रिश्तों में दरार न पड़ने दिया

नयी-नयी कोंपल सी उसमें है कोमलता
हैं ओझल नज़रों से मेरी बहना “ममता”
सूना-सूना सा लगता है घर उनके बिन
उसकी आने से घर है चहकता -महकता

“कुसुम” की खुशबू से महकती है
मेरे घर के हर कोना – कोना
है थोड़ी सांवली सलोनी क्या कहना
झलकती है सादगी ऐसी मेरी बहना

मधु की झरना धरा पर , है मधुनिशा
मनभावन गुलज़ार वो है पुष्प वाटिका
है रातरानी मेरी प्यारी बहना “नीरा”
कुदरत की रौनक रहें,वो न हो कभी वीरां

जिसके नूर से धरती की
एक दिन दूर होगी कालिमा
दूर गगन में चमकती “रेवती”
है “दुष्यंत”की प्यारी बहना

चंचल -चपल मन वो है चुलबुली
वो रंग-बिरंग सी जैसी कोई तितली
पुरवा संग झूमने वो गीत गाने चली
थोड़ी मनचली है प्यारी बहना “बबली”

दीप सजे आँगन में जब आये “देविका”
गायें पुरवा प्रणय राग,हो चांदनी निशा
सोंधी माटी करे उनकी पैरों को चुम्बन
है रूमानी बहारों जैसी मेरी प्यारी बहन

जूही लहके धरती महके हुआ बसंत आगमन
तेरे आने से चहक-महक उठा है घर आंगन
दुनिया में खूबसूरत हैं भाई -बहन का बंधन
“हिमांशी” बहना तेरी बातें सबकी भाति है मन

वो मेरी लाड़ली बहना सबसे प्यारी
वो हैं नन्हीं सी जैसी हो कोई परी
खिल खिलाती वो खुशियों की रवानी
वो चंचल सयानी मेरी बहना “हिमानी”

Language: Hindi
1166 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
इतना घुमाया मुझे
इतना घुमाया मुझे
कवि दीपक बवेजा
"बगैर"
Dr. Kishan tandon kranti
बात कलेजे से लगा, काहे पलक भिगोय ?
बात कलेजे से लगा, काहे पलक भिगोय ?
डॉ.सीमा अग्रवाल
हैप्पी न्यू ईयर 2024
हैप्पी न्यू ईयर 2024
Shivkumar Bilagrami
■ आज का मुक्तक...
■ आज का मुक्तक...
*Author प्रणय प्रभात*
राग दरबारी
राग दरबारी
Shekhar Chandra Mitra
अपनेपन की रोशनी
अपनेपन की रोशनी
पूर्वार्थ
होठों को रख कर मौन
होठों को रख कर मौन
हिमांशु Kulshrestha
आ गया मौसम सुहाना
आ गया मौसम सुहाना
Dr. Rajendra Singh 'Rahi'
सारे दुख दर्द होजाते है खाली,
सारे दुख दर्द होजाते है खाली,
Kanchan Alok Malu
हम गांव वाले है जनाब...
हम गांव वाले है जनाब...
AMRESH KUMAR VERMA
माँ तो पावन प्रीति है,
माँ तो पावन प्रीति है,
अभिनव अदम्य
पितर
पितर
Dr. Pradeep Kumar Sharma
उस दिन पर लानत भेजता  हूं,
उस दिन पर लानत भेजता हूं,
Vishal babu (vishu)
वे वजह हम ने तमीज सीखी .
वे वजह हम ने तमीज सीखी .
Sandeep Mishra
पति पत्नी में परस्पर हो प्यार और सम्मान,
पति पत्नी में परस्पर हो प्यार और सम्मान,
ओनिका सेतिया 'अनु '
बूँद बूँद याद
बूँद बूँद याद
Atul "Krishn"
💐प्रेम कौतुक-243💐
💐प्रेम कौतुक-243💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
सफलता
सफलता
Vandna Thakur
लेकिन क्यों ?
लेकिन क्यों ?
Dinesh Kumar Gangwar
*कहाँ वह बात दुनिया में, जो अपने रामपुर में है【 मुक्तक 】*
*कहाँ वह बात दुनिया में, जो अपने रामपुर में है【 मुक्तक 】*
Ravi Prakash
मेरी अंतरात्मा..
मेरी अंतरात्मा..
Ms.Ankit Halke jha
परिवार
परिवार
नवीन जोशी 'नवल'
व्यक्तिगत अभिव्यक्ति
व्यक्तिगत अभिव्यक्ति
Shyam Sundar Subramanian
***
***
sushil sarna
5 दोहे- वीरांगना महारानी लक्ष्मीबाई पर केंद्रित
5 दोहे- वीरांगना महारानी लक्ष्मीबाई पर केंद्रित
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
गुरु नानक देव जी --
गुरु नानक देव जी --
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
कुछ नही मिलता आसानी से,
कुछ नही मिलता आसानी से,
manjula chauhan
प्यार समंदर
प्यार समंदर
Ramswaroop Dinkar
तुमसे ही से दिन निकलता है मेरा,
तुमसे ही से दिन निकलता है मेरा,
Er. Sanjay Shrivastava
Loading...