Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 Oct 2019 · 1 min read

ए़हद

गिले शिकवों का दौर अब खत्म करो।
मान लो अपनी गलती बहस से गुरेज़ करो।
कोई छोटा या बड़ा नही बनता सोचने से।
बड़प्पन हासिल होता है बड़े काम करने से।
ज़िन्दगी गुज़र जायेगी औरो के ख़म ढूँढने मे।
अपने ग़िरेबाँ मे देखो तो नज़र आयेगें अनगिनत खम।
जिनसे तुम अन्जान हो अभी तक जो है तुम्हारे बायिसे ग़म।
ख़यालात और मुज़्जसिम के फ़र्क को समझो।
हाला़त की नज़ाकत को देखो अन्दाज़े ब़याँ समझो।
अल्फाज़ों के तीर दिलों को घायल कर रूह तक जाते हैं।
रिश्ते जब टूटकर बिखरते हैं हर्गिज़ न जुड़ पाते हैं।

201 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Shyam Sundar Subramanian
View all
You may also like:
अवसरवादी, झूठे, मक्कार, मतलबी, बेईमान और चुगलखोर मित्र से अच
अवसरवादी, झूठे, मक्कार, मतलबी, बेईमान और चुगलखोर मित्र से अच
विमला महरिया मौज
शौक या मजबूरी
शौक या मजबूरी
संजय कुमार संजू
शिकायत नही तू शुक्रिया कर
शिकायत नही तू शुक्रिया कर
Surya Barman
"गुल्लक"
Dr. Kishan tandon kranti
ज़िंदगी इतनी मुश्किल भी नहीं
ज़िंदगी इतनी मुश्किल भी नहीं
Dheerja Sharma
गंणतंत्रदिवस
गंणतंत्रदिवस
Bodhisatva kastooriya
खोटा सिक्का
खोटा सिक्का
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
🌺ये गर्ल!स्टोरी में ट्विस्ट दे रही🌺
🌺ये गर्ल!स्टोरी में ट्विस्ट दे रही🌺
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
कुछ जवाब शांति से दो
कुछ जवाब शांति से दो
पूर्वार्थ
जय शिव-शंकर
जय शिव-शंकर
Anil Mishra Prahari
जाग री सखि
जाग री सखि
Arti Bhadauria
हैदराबाद-विजय (कुंडलिया)
हैदराबाद-विजय (कुंडलिया)
Ravi Prakash
व्यक्ति और विचार में यदि चुनना पड़े तो विचार चुनिए। पर यदि व
व्यक्ति और विचार में यदि चुनना पड़े तो विचार चुनिए। पर यदि व
Sanjay ' शून्य'
आकाश भर उजाला,मुट्ठी भरे सितारे
आकाश भर उजाला,मुट्ठी भरे सितारे
Shweta Soni
तुम मोहब्बत में
तुम मोहब्बत में
Dr fauzia Naseem shad
(9) डूब आया मैं लहरों में !
(9) डूब आया मैं लहरों में !
Kishore Nigam
"ओस की बूंद"
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
परछाई
परछाई
Dr Parveen Thakur
मानवीय कर्तव्य
मानवीय कर्तव्य
DR ARUN KUMAR SHASTRI
😢शर्मनाक दोगलापन😢
😢शर्मनाक दोगलापन😢
*Author प्रणय प्रभात*
सुप्रभात प्रिय..👏👏
सुप्रभात प्रिय..👏👏
आर.एस. 'प्रीतम'
हे नाथ आपकी परम कृपा से, उत्तम योनि पाई है।
हे नाथ आपकी परम कृपा से, उत्तम योनि पाई है।
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
Love and truth never hide...
Love and truth never hide...
सिद्धार्थ गोरखपुरी
बचपन और पचपन
बचपन और पचपन
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
रुके ज़माना अगर यहां तो सच छुपना होगा।
रुके ज़माना अगर यहां तो सच छुपना होगा।
Phool gufran
कविता _ रंग बरसेंगे
कविता _ रंग बरसेंगे
Manu Vashistha
खुश-आमदीद आपका, वल्लाह हुई दीद
खुश-आमदीद आपका, वल्लाह हुई दीद
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
नित  हर्ष  रहे   उत्कर्ष  रहे,   कर  कंचनमय  थाल  रहे ।
नित हर्ष रहे उत्कर्ष रहे, कर कंचनमय थाल रहे ।
Ashok deep
सीधे साधे बोदा से हम नैन लड़ाने वाले लड़के
सीधे साधे बोदा से हम नैन लड़ाने वाले लड़के
कृष्णकांत गुर्जर
बाल कविता : रेल
बाल कविता : रेल
Rajesh Kumar Arjun
Loading...