एक नई शुरुआत करो
खुद पर विश्वास रखो बंधु, एक नई शुरुआत करो
छोड़ो आलस और उदासी, बाधाओं को पार करो
खुद में संभावना तलाशो, तुम संभावनाओं के द्वार हो अपने आप को पहचानो, तुम शक्ति के भंडार हो
छोड़ो सब बेकार की बातें, कर्तव्य में अपने जुट जाओ कामयाब होगे एक दिन बंधु अपने प्रयास बढ़ाओ
तुम खुद पर विश्वास रखो, एक नई शुरुआत करो
सुरेश कुमार चतुर्वेदी