एक ज्वलंत प्रश्न
देश में है
दुःख क्यों?
प्यास और
भूख क्यों?
संसद से लेकर
सड़क तक
मार और
लूट क्यों?
जालिमों में
मेल और
मजलूमों में
फूट क्यों?
पार्टियों के
नाम पर
बन रहे हैं
गुट क्यों?
टीवी से
अख़बार तक
बंट रहे हैं
झूठ क्यों?
नेताओं की
जयकार और
बुद्धिजीवियों को
हूट क्यों?
आशिकों पर
बंदिशें और
रैपिस्टों को
छूट क्यों?
#Geetkar
Shekhar Chandra Mitra
#ReleaseAllPoliticalPrisoners
#FreedomOfExpression