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12 Feb 2021 · 1 min read

एक जख्म

यह बिना किसी याद के
एक जख्म कैसे
उधड़ गया
इसे तो कभी का
भर जाना चाहिए था
एक विकसित फूल सा
खिलकर
मुर्झाकर
पेड़ की डाली से टूट कर
जमीन पर गिर जाना चाहिए था
यह बिना माली के
एक कली बनकर
फिर से कैसे
खिल गया।

मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) – 202001

Language: Hindi
206 Views
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