Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 May 2020 · 1 min read

एक और ग़ज़ल

ग़ज़ल(221 1221 1221 122)

तरकश के अभी तीर न बेकार करो जी।
मासूम दिलों पर न ऐसे वार करो जी।

मैं आशिक़ हूँ सिर्फ तिरा ही इक जानम,
ख़त इश्क़ का है मेरा स्वीकार करो जी।

देखो समझो और मनन भी कर लो तुम,
इस तरह सिरे से ही न इनकार करो जी।

उम्मीद नई भी तुमसे ही बस यारा,
मेरे सपने को अब साकार करो जी।

महफूज़ तुझे मैं हरदम जान रखूँगा,
तुम इस ‘विश्वासी’ पर इतबार करो जी।

3 Likes · 2 Comments · 407 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
क्या तुम इंसान हो ?
क्या तुम इंसान हो ?
ओनिका सेतिया 'अनु '
आत्महत्या
आत्महत्या
Harminder Kaur
चांदनी रात
चांदनी रात
Mahender Singh
हँसने-हँसाने में नहीं कोई खामी है।
हँसने-हँसाने में नहीं कोई खामी है।
लक्ष्मी सिंह
मां
मां
Irshad Aatif
भगतसिंह
भगतसिंह
Shekhar Chandra Mitra
मैं तो अंहकार आँव
मैं तो अंहकार आँव
Lakhan Yadav
तथागत प्रीत तुम्हारी है
तथागत प्रीत तुम्हारी है
Buddha Prakash
मुझे अंदाज़ है
मुझे अंदाज़ है
हिमांशु Kulshrestha
कुंडलिनी छंद
कुंडलिनी छंद
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
🙅बदली कहावत🙅
🙅बदली कहावत🙅
*Author प्रणय प्रभात*
तेरी हस्ती, मेरा दुःख,
तेरी हस्ती, मेरा दुःख,
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
प्यार में
प्यार में
श्याम सिंह बिष्ट
श्री राम अर्चन महायज्ञ
श्री राम अर्चन महायज्ञ
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
ठहरी–ठहरी मेरी सांसों को
ठहरी–ठहरी मेरी सांसों को
Anju ( Ojhal )
Khuch rishte kbhi bhulaya nhi karte ,
Khuch rishte kbhi bhulaya nhi karte ,
Sakshi Tripathi
प्यार और मोहब्बत नहीं, इश्क है तुमसे
प्यार और मोहब्बत नहीं, इश्क है तुमसे
पूर्वार्थ
असुर सम्राट भक्त प्रहलाद – पूर्वजन्म की कथा – 03
असुर सम्राट भक्त प्रहलाद – पूर्वजन्म की कथा – 03
Kirti Aphale
पिता पर एक गजल लिखने का प्रयास
पिता पर एक गजल लिखने का प्रयास
Ram Krishan Rastogi
कविता
कविता
Rambali Mishra
वैश्विक जलवायु परिवर्तन और मानव जीवन पर इसका प्रभाव
वैश्विक जलवायु परिवर्तन और मानव जीवन पर इसका प्रभाव
Shyam Sundar Subramanian
अमावस्या में पता चलता है कि पूर्णिमा लोगो राह दिखाती है जबकि
अमावस्या में पता चलता है कि पूर्णिमा लोगो राह दिखाती है जबकि
Rj Anand Prajapati
दीपावली
दीपावली
Neeraj Agarwal
गिरता है गुलमोहर ख्वाबों में
गिरता है गुलमोहर ख्वाबों में
शेखर सिंह
Hallucination Of This Night
Hallucination Of This Night
Manisha Manjari
*मारा हमने मूक कब, पशु जो होता मौन (कुंडलिया)*
*मारा हमने मूक कब, पशु जो होता मौन (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
ग़ज़ल
ग़ज़ल
प्रीतम श्रावस्तवी
पितृ दिवस पर....
पितृ दिवस पर....
डॉ.सीमा अग्रवाल
“ OUR NEW GENERATION IS OUR GUIDE”
“ OUR NEW GENERATION IS OUR GUIDE”
DrLakshman Jha Parimal
* ज़ालिम सनम *
* ज़ालिम सनम *
DR ARUN KUMAR SHASTRI
Loading...