Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
30 Jan 2021 · 1 min read

उस पल

उस पल जब रह गयी थी बिल्कुल अकेली
चकनाचूर होकर मेरे मन के भाव
बिख़र गयी थी मैं लगता था
क्या सिमट पाऊंगी मैं कभी…?
वो खुशबू सी एहसासों के अतीत सी
वो यादें मेरे मन के किसी कोने में मानो
तुझमें समां गयीं हैं न जाने क्यों…
तेरे पास आते ही तुझे छूते ही ज़िंदा
सी प्रतीत हो जाती हूँ मैं स्वयं में
और फिर से जुड़ने लगता है मुझ में
वापस मेरा यादों का वो क़तरा क़तरा …
पल पल जीना चाहती हूँ हर वो लम्हा
जिसमें मुझे मेरे होने का एहसास हो
मैं वापस जुड़ जाऊँ अपने अतीत से वर्तमान में
उन यादों की खुशबु की शीशी सी…
जिसमें खुशबुएँ भरीं थीं मनमोहक यादों की
जैसे मेरे ही रंग-बिरंगे सपनों की तरह
ज़िंदा हो हर एहसास मेरे मन का…
उसी खुशबु भरी शीशी की तरह
मैं अपने हर उस सपने को
सच करने की आस जो वर्षो से मन मे दबे से
जीना चाहती हूँ हर लम्हा अपने मन माफिक
जुड़कर हर क़तरे कतरे यादों भरे जीवन के…
महकना चाहती हूँ मैं भी पल पल,प्रतिपल
फ़िर से उस ख़ुशबू की तरह
बस उस खुशबु समान यादों की तरह

Language: Hindi
221 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr Manju Saini
View all
You may also like:
* कुछ पता चलता नहीं *
* कुछ पता चलता नहीं *
surenderpal vaidya
!! युवा मन !!
!! युवा मन !!
Akash Yadav
*आई भादों अष्टमी, कृष्ण पक्ष की रात (कुंडलिया)*
*आई भादों अष्टमी, कृष्ण पक्ष की रात (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
प्रेम और सद्भाव के रंग सारी दुनिया पर डालिए
प्रेम और सद्भाव के रंग सारी दुनिया पर डालिए
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
रंजिश हीं अब दिल में रखिए
रंजिश हीं अब दिल में रखिए
Shweta Soni
स्थायित्व कविता
स्थायित्व कविता
Shyam Pandey
हम्मीर देव चौहान
हम्मीर देव चौहान
Ajay Shekhavat
नकाबे चेहरा वाली, पेश जो थी हमको सूरत
नकाबे चेहरा वाली, पेश जो थी हमको सूरत
gurudeenverma198
सच और सोच
सच और सोच
Neeraj Agarwal
3162.*पूर्णिका*
3162.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
जीवन
जीवन
Monika Verma
■ आज का प्रहार
■ आज का प्रहार
*Author प्रणय प्रभात*
वेलेंटाइन डे की प्रासंगिकता
वेलेंटाइन डे की प्रासंगिकता
मनोज कर्ण
जुनून
जुनून
नवीन जोशी 'नवल'
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
When you learn to view life
When you learn to view life
पूर्वार्थ
"बेहतर है चुप रहें"
Dr. Kishan tandon kranti
मुझे लगा कि तुम्हारे लिए मैं विशेष हूं ,
मुझे लगा कि तुम्हारे लिए मैं विशेष हूं ,
Manju sagar
शिवकुमार बिलगरामी के बेहतरीन शे'र
शिवकुमार बिलगरामी के बेहतरीन शे'र
Shivkumar Bilagrami
दर्द -दर्द चिल्लाने से सूकून नहीं मिलेगा तुझे,
दर्द -दर्द चिल्लाने से सूकून नहीं मिलेगा तुझे,
Pramila sultan
जन्म नही कर्म प्रधान
जन्म नही कर्म प्रधान
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
धरा
धरा
Kavita Chouhan
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
मां
मां
Dr Parveen Thakur
तुम्हारे दीदार की तमन्ना
तुम्हारे दीदार की तमन्ना
Anis Shah
शायरी - गुल सा तू तेरा साथ ख़ुशबू सा - संदीप ठाकुर
शायरी - गुल सा तू तेरा साथ ख़ुशबू सा - संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
सत्यबोध
सत्यबोध
Bodhisatva kastooriya
मुकेश का दीवाने
मुकेश का दीवाने
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
🌹पत्नी🌹
🌹पत्नी🌹
Dr Shweta sood
"निक्कू खरगोश"
Dr Meenu Poonia
Loading...