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1 Jul 2020 · 1 min read

उससे मिलके कुछ ऐसा लगा

उससे मिलके कुछ ऐसा लगा
वो कुछ अपना अपना सा लगा

वो ज़ालिम होगा सोचा ना था
बहुत मासूम सा चेहरा लगा

इस कदर झूठ से भरे थे कान
सच सुना तो बहुत कड़वा लगा

बेवफ़ाई से तेरा कुछ नही बिगड़ा
बस तेरे किरदार पे एक धब्बा लगा

आज मैं जी भर के रोया ‘अर्श’
अब दिल का बोझ हल्का लगा

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