Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 Mar 2021 · 1 min read

उसकी मुस्कुराहट पे ना जाने कितने गुजर-बसर है…!!**!!

उसकी दबदबी सी मुस्कुराहट, कोई समझे ना गम की आहट,
कई ख्वाब छुपाए है मन में,हसरत से करे बगावत….
आंखों में गम छुपा ले…वो देखें सिर्फ उजाले…
मुस्कुराहट को संभाले… न मन में भेद काले…
यारों में नाम जब भी…मेरा कोई निकाले…
उसका नाम देने से डरते हैं सारे लाले..
उसकी नजर बड़ी कातिल है,अदा किसी से क्या कम है..
हम तोड़ तो निकाल ले, पर वो डरते बड़े सनम है…
क़यामत से क्या वो कम है, जालिम सी नजर है…
उसकी मुस्कुराहट पर न जाने कितने गुजर बसर है…!!

Language: Hindi
Tag: लेख
1 Like · 6 Comments · 550 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
(हमसफरी की तफरी)
(हमसफरी की तफरी)
Sangeeta Beniwal
हमारा संघर्ष
हमारा संघर्ष
पूर्वार्थ
"हमारे नेता "
DrLakshman Jha Parimal
निज स्वार्थ ही शत्रु है, निज स्वार्थ ही मित्र।
निज स्वार्थ ही शत्रु है, निज स्वार्थ ही मित्र।
श्याम सरीखे
मूर्ख जनता-धूर्त सरकार
मूर्ख जनता-धूर्त सरकार
Shekhar Chandra Mitra
समझदारी का न करे  ,
समझदारी का न करे ,
Pakhi Jain
बारिश की संध्या
बारिश की संध्या
महेश चन्द्र त्रिपाठी
विश्व गौरैया दिवस
विश्व गौरैया दिवस
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
जब मैं परदेश जाऊं
जब मैं परदेश जाऊं
gurudeenverma198
अदरक वाला स्वाद
अदरक वाला स्वाद
दुष्यन्त 'बाबा'
रंजीत शुक्ल
रंजीत शुक्ल
Ranjeet Kumar Shukla
न किजिए कोशिश हममें, झांकने की बार-बार।
न किजिए कोशिश हममें, झांकने की बार-बार।
ओसमणी साहू 'ओश'
लड़खाएंगे कदम
लड़खाएंगे कदम
Amit Pandey
गुजरे वक्त के सबक से
गुजरे वक्त के सबक से
Dimpal Khari
*गूॅंजती जयकार से मॉं, यह धरा-आकाश है (मुक्तक)*
*गूॅंजती जयकार से मॉं, यह धरा-आकाश है (मुक्तक)*
Ravi Prakash
ग़ज़ल
ग़ज़ल
विमला महरिया मौज
आइए मोड़ें समय की धार को
आइए मोड़ें समय की धार को
नंदलाल सिंह 'कांतिपति'
हमको तो आज भी
हमको तो आज भी
Dr fauzia Naseem shad
उसका प्यार
उसका प्यार
Dr MusafiR BaithA
डर के आगे जीत है
डर के आगे जीत है
Dr. Pradeep Kumar Sharma
मुद्दत से तेरे शहर में आना नहीं हुआ
मुद्दत से तेरे शहर में आना नहीं हुआ
Shweta Soni
Sometimes you have to
Sometimes you have to
Prachi Verma
बचपन का प्रेम
बचपन का प्रेम
निरंजन कुमार तिलक 'अंकुर'
■ 80 फीसदी मुफ्तखोरों की सोच।
■ 80 फीसदी मुफ्तखोरों की सोच।
*Author प्रणय प्रभात*
गणतंत्र दिवस की बधाई।।
गणतंत्र दिवस की बधाई।।
Rajni kapoor
"यादें"
Dr. Kishan tandon kranti
सत्य की खोज
सत्य की खोज
लक्ष्मी सिंह
क्या कहती है तस्वीर
क्या कहती है तस्वीर
Surinder blackpen
1🌹सतत - सृजन🌹
1🌹सतत - सृजन🌹
Dr Shweta sood
Things to learn .
Things to learn .
Nishant prakhar
Loading...