मकड़ी ने जाला बुना, उसमें फँसे शिकार
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
ईश्वर के सम्मुख अनुरोध भी जरूरी है
हम वर्षों तक निःशब्द ,संवेदनरहित और अकर्मण्यता के चादर को ओढ़
एक समझदार मां रोते हुए बच्चे को चुप करवाने के लिए प्रकृति के
है वही, बस गुमराह हो गया है…
ये जो नखरें हमारी ज़िंदगी करने लगीं हैं..!
तुमने मुझे दिमाग़ से समझने की कोशिश की
खारिज़ करने के तर्क / मुसाफ़िर बैठा
एक सख्सियत है दिल में जो वर्षों से बसी है
सत्य
देवेंद्र प्रताप वर्मा 'विनीत'
प्रश्चित
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
मेरा प्रयास ही है, मेरा हथियार किसी चीज को पाने के लिए ।
💐प्रेम कौतुक-521💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
मुझे सहारा नहीं तुम्हारा साथी बनना है,