उनकी युॅ बेरुखी से दिल बेकरार होता
पटल को नमन!
११२१ २१२२ ११२१ २१२२
उनकी युॅ बेरुखी से दिल बेकरार होता।
इस यार को ज़रा ना अब इंतजार होता।।(१)
सुनसान रात में ये दिखती विरानगी है
यदि महरबान तू हो तब खुशगवार होता।(२)
दुनिया सदा से’ जालिम बस घात में रही है,
वरना सकल जहां में बस प्यार-प्यार होता।।(३)
मिटती नहीं है’ हस्ती दुनिया में’ यूॅ किसी की,
करते भला सभी तो जग में सुधार होता।(४)
करते न हेर ये जो महफ़िल में’ वो अजा की
इस कीट से जहां ये नहिं ख़ाक शार होता।(५)