Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
20 Mar 2017 · 1 min read

उनका दखल

दानिश्ता (जानबूझकर) ही वो मेरी जिंदगी में दखल देते हैं,
मेरे रुखसारों की मुस्कान को मायूसी में बदल देते हैं,
जब हम लगाना चाहते हैं उन पर इलज़ाम कोई,
वो जाने कौन सी अदल (युक्ति) से संभल लेते हैं,
क्यों मुझपे वो इख़्तियार (अधिकार) जताते हैं इतना,
मुझे दिखाने के लिए नीचा भरी महफ़िल से खामोश ही निकल लेते हैं,RASHMI SHUKLA

Language: Hindi
279 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from RASHMI SHUKLA
View all
You may also like:
सावन: मौसम- ए- इश्क़
सावन: मौसम- ए- इश्क़
Jyoti Khari
* बेटों से ज्यादा काम में आती हैं बेटियॉं (हिंदी गजल)*
* बेटों से ज्यादा काम में आती हैं बेटियॉं (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
बहुत ही हसीन तू है खूबसूरत
बहुत ही हसीन तू है खूबसूरत
gurudeenverma198
■ आज का शेर-
■ आज का शेर-
*Author प्रणय प्रभात*
याद रहेगा यह दौर मुझको
याद रहेगा यह दौर मुझको
Ranjeet kumar patre
अशोक चाँद पर
अशोक चाँद पर
Satish Srijan
मुस्कान है
मुस्कान है
Dr. Sunita Singh
डॉ भीमराव अम्बेडकर
डॉ भीमराव अम्बेडकर
नूरफातिमा खातून नूरी
रण प्रतापी
रण प्रतापी
Lokesh Singh
बादलों को आज आने दीजिए।
बादलों को आज आने दीजिए।
surenderpal vaidya
डा. अम्बेडकर बुद्ध से बड़े थे / पुस्तक परिचय
डा. अम्बेडकर बुद्ध से बड़े थे / पुस्तक परिचय
Dr MusafiR BaithA
ठोकरें कितनी खाई है राहों में कभी मत पूछना
ठोकरें कितनी खाई है राहों में कभी मत पूछना
कवि दीपक बवेजा
एकतरफा सारे दुश्मन माफ किये जाऐं
एकतरफा सारे दुश्मन माफ किये जाऐं
Maroof aalam
कलयुगी धृतराष्ट्र
कलयुगी धृतराष्ट्र
Dr Parveen Thakur
स्वयं छुरी से चीर गल, परखें पैनी धार ।
स्वयं छुरी से चीर गल, परखें पैनी धार ।
Arvind trivedi
मेरा तुझसे मिलना, मिलकर इतना यूं करीब आ जाना।
मेरा तुझसे मिलना, मिलकर इतना यूं करीब आ जाना।
AVINASH (Avi...) MEHRA
जीवन में कितना ही धन -धन कर ले मनवा किंतु शौक़ पत्रिका में न
जीवन में कितना ही धन -धन कर ले मनवा किंतु शौक़ पत्रिका में न
Neelam Sharma
23/110.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/110.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
हयात कैसे कैसे गुल खिला गई
हयात कैसे कैसे गुल खिला गई
Shivkumar Bilagrami
चुभे  खार  सोना  गँवारा किया
चुभे खार सोना गँवारा किया
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
चाय
चाय
Dr. Seema Varma
*आस्था*
*आस्था*
Dushyant Kumar
कैसी
कैसी
manjula chauhan
या ख़ुदा पाँव में बे-शक मुझे छाले देना
या ख़ुदा पाँव में बे-शक मुझे छाले देना
Anis Shah
निकला वीर पहाड़ चीर💐
निकला वीर पहाड़ चीर💐
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
जिंदगी को बड़े फक्र से जी लिया।
जिंदगी को बड़े फक्र से जी लिया।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
दूर जाकर सिर्फ यादें दे गया।
दूर जाकर सिर्फ यादें दे गया।
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
अनिल
अनिल "आदर्श "
Anil "Aadarsh"
दान
दान
Mamta Rani
हृदय की चोट थी नम आंखों से बह गई
हृदय की चोट थी नम आंखों से बह गई
Er. Sanjay Shrivastava
Loading...