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15 Oct 2019 · 1 min read

उड़ चल पंछी अकेले

यह निशा घटेगी, भोर आयेगी
कोयल जीवन राग सुनाएगी,
जब वासंती मधुमासी छायेगी
और खिलेंगे पुष्प नये नवेले।
उड़ चल पंछी अकेले।
उड़ चल पंछी अकेले ।
—Vivek Bhushan Pandey

Language: Hindi
216 Views
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