Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
23 Jan 2017 · 1 min read

उड़ा दूं न नींदे असर देख लेना

मिरा प्यार तू हमसफ़र देख लेना
उड़ा दूं न नींदे असर देख लेना

ये इश्क-ए-मुहब्बत बला की डगर है
लपेटे में लेगी भँवर देख लेना

तिरी याद में दिल जला रौशनी की
लिखी हैं गजल तुम बहर देख लेना

उदासी ये कैसी बयां कर रही हो
कहीं मर न जाऊँ कहर देख लेना

सितारों के आगे जहां और भी है
कँवल प्यार से इक नजर देख लेना

2 Likes · 397 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
'Love is supreme'
'Love is supreme'
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
सत्य का संधान
सत्य का संधान
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
शीर्षक तेरी रुप
शीर्षक तेरी रुप
Neeraj Agarwal
हे माँ अम्बे रानी शेरावाली
हे माँ अम्बे रानी शेरावाली
Basant Bhagawan Roy
“पहाड़ी झरना”
“पहाड़ी झरना”
Awadhesh Kumar Singh
एक फूल की हत्या
एक फूल की हत्या
Minal Aggarwal
■ सुरीला संस्मरण
■ सुरीला संस्मरण
*Author प्रणय प्रभात*
ज़मी के मुश्किलो ने घेरा तो दूर अपने साये हो गए ।
ज़मी के मुश्किलो ने घेरा तो दूर अपने साये हो गए ।
'अशांत' शेखर
हाइकु haiku
हाइकु haiku
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
तेरी सुंदरता पर कोई कविता लिखते हैं।
तेरी सुंदरता पर कोई कविता लिखते हैं।
Taj Mohammad
गौरैया दिवस
गौरैया दिवस
Surinder blackpen
" मैं कांटा हूँ, तूं है गुलाब सा "
Aarti sirsat
देश काल और परिस्थितियों के अनुसार पाखंडियों ने अनेक रूप धारण
देश काल और परिस्थितियों के अनुसार पाखंडियों ने अनेक रूप धारण
विमला महरिया मौज
मेरी ख़्वाहिश ने
मेरी ख़्वाहिश ने
Dr fauzia Naseem shad
💐 Prodigy Love-5💐
💐 Prodigy Love-5💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
2829. *पूर्णिका*
2829. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
"ये कविता ही है"
Dr. Kishan tandon kranti
*हमारे घर आईं देवी (हिंदी गजल/ गीतिका)*
*हमारे घर आईं देवी (हिंदी गजल/ गीतिका)*
Ravi Prakash
दशहरा
दशहरा
मनमोहन लाल गुप्ता 'अंजुम'
उम्मीद कभी तू ऐसी मत करना
उम्मीद कभी तू ऐसी मत करना
gurudeenverma198
अगले बरस जल्दी आना
अगले बरस जल्दी आना
Kavita Chouhan
लड़ते रहो
लड़ते रहो
Vivek Pandey
सत्य उस तीखी औषधि के समान होता है जो तुरंत तो कष्ट कारी लगती
सत्य उस तीखी औषधि के समान होता है जो तुरंत तो कष्ट कारी लगती
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
#शिवाजी_के_अल्फाज़
#शिवाजी_के_अल्फाज़
Abhishek Shrivastava "Shivaji"
अमर स्वाधीनता सैनानी डॉ. राजेन्द्र प्रसाद
अमर स्वाधीनता सैनानी डॉ. राजेन्द्र प्रसाद
कवि रमेशराज
जहां तक तुम सोच सकते हो
जहां तक तुम सोच सकते हो
Ankita Patel
दोहा त्रयी. . . शंका
दोहा त्रयी. . . शंका
sushil sarna
तुम नहीं बदले___
तुम नहीं बदले___
Rajesh vyas
-- अंतिम यात्रा --
-- अंतिम यात्रा --
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
है जो बात अच्छी, वो सब ने ही मानी
है जो बात अच्छी, वो सब ने ही मानी
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
Loading...