Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
12 May 2020 · 1 min read

उठ जाग मेरे मानस

उठ जाग मेरे मानस, बेहोश सो रहा है
अनमोल है ये नर तन, क्यों व्यर्थ खो रहा है ।उठ……
मानस जनम सुधारो, सत्कर्म मन में धारो
अब तो जरा विचारों, यह रोज खो रहा है ।उठ……..
भगवान ने धरा तन, संसार को सिखाने
कभी राम के बहाने, कभी कृष्ण के बहाने
जीवन में ये उतारो, ये व्यर्थ हो रहा है ।उठ……
मौत है बहाना, एक दिन सभी को जाना
आंखों से तुम निहारो,मन में जरा विचारों
पल पल ये जिंदगी का,सोने में खो रहा है ।उठ…..

Language: Hindi
Tag: गीत
14 Likes · 8 Comments · 231 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from सुरेश कुमार चतुर्वेदी
View all
You may also like:
दिल की भाषा
दिल की भाषा
Ram Krishan Rastogi
ममतामयी मां
ममतामयी मां
SATPAL CHAUHAN
*बूढ़ा दरख्त गाँव का *
*बूढ़ा दरख्त गाँव का *
DR ARUN KUMAR SHASTRI
"सुप्रभात"
Yogendra Chaturwedi
2547.पूर्णिका
2547.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
तेरे संग बिताया हर मौसम याद है मुझे
तेरे संग बिताया हर मौसम याद है मुझे
Amulyaa Ratan
सुनो जीतू,
सुनो जीतू,
Jitendra kumar
यकीन नहीं होता
यकीन नहीं होता
Dr. Rajeev Jain
💐अज्ञात के प्रति-20💐
💐अज्ञात के प्रति-20💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
रोम-रोम में राम....
रोम-रोम में राम....
डॉ.सीमा अग्रवाल
चाँद और इन्सान
चाँद और इन्सान
Kanchan Khanna
"दोस्ती"
Dr. Kishan tandon kranti
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
ਸੰਵਿਧਾਨ ਦੀ ਆਤਮਾ
ਸੰਵਿਧਾਨ ਦੀ ਆਤਮਾ
विनोद सिल्ला
#ग़ज़ल-
#ग़ज़ल-
*Author प्रणय प्रभात*
जीवन वो कुरुक्षेत्र है,
जीवन वो कुरुक्षेत्र है,
sushil sarna
गंदा धंधा
गंदा धंधा
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
मेरी इबादत
मेरी इबादत
umesh mehra
★
पूर्वार्थ
सदा बेड़ा होता गर्क
सदा बेड़ा होता गर्क
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
खींचो यश की लम्बी रेख।
खींचो यश की लम्बी रेख।
Pt. Brajesh Kumar Nayak
अश्रु
अश्रु
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
जिंदगी उधेड़बुन का नाम नहीं है
जिंदगी उधेड़बुन का नाम नहीं है
कवि दीपक बवेजा
ख़ाक हुए अरमान सभी,
ख़ाक हुए अरमान सभी,
Arvind trivedi
बेगुनाही की सज़ा
बेगुनाही की सज़ा
Shekhar Chandra Mitra
हमारा अपना........ जीवन
हमारा अपना........ जीवन
Neeraj Agarwal
खुशियों का बीमा (व्यंग्य कहानी)
खुशियों का बीमा (व्यंग्य कहानी)
Dr. Pradeep Kumar Sharma
बिन सूरज महानगर
बिन सूरज महानगर
Lalit Singh thakur
गाय
गाय
Vedha Singh
बुढ्ढे का सावन
बुढ्ढे का सावन
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
Loading...