Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
22 Jun 2020 · 1 min read

उचित प्लेटफॉर्म पर, मोदी जी के कान खाओ

नेताजी आप बड़े महान है
एक जिम्मेदार व्यक्ति नायाब इंसान हैं
निश्चय ही संकट की घड़ी है
आपको देश की चिंता बढ़ी है
सीमाओं पर ड्रैगन की फौज खड़ी है
चीन की फौज आक्रामक हो रही है
बीस जवानों की कुर्बानी हो गई है
पाकिस्तान से घुसपैठ हो रही है
हमारी सेना बहादुरी से जूझ रही है
हर परिस्थिति को तैयार है
भारत मां की रक्षा उसका पहला प्यार है
देश कोरोना से जूझ रहा है
हर कोई सवाल पूछ रहा है
आपका पूछना तो अधिकार और जायज है
लेकिन सार्वजनिक प्लेटफॉर्म नाजायज है
देश के लिए राजनैतिक एकजुटता जरूरी है
मतभेदों के बावजूद बंद मुट्ठी जरूरी है
हे बयान वीर भारतीय नेताओं
अनर्गल बयान देने से बाज आओ
उचित प्लेटफॉर्म पर, मोदी जी के कान खाओ

Language: Hindi
14 Likes · 8 Comments · 268 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from सुरेश कुमार चतुर्वेदी
View all
You may also like:
तिरंगा
तिरंगा
Neeraj Agarwal
प्यार विश्वाश है इसमें कोई वादा नहीं होता!
प्यार विश्वाश है इसमें कोई वादा नहीं होता!
Diwakar Mahto
वीर हनुमान
वीर हनुमान
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
#लघुकविता
#लघुकविता
*Author प्रणय प्रभात*
छोटी छोटी खुशियों से भी जीवन में सुख का अक्षय संचार होता है।
छोटी छोटी खुशियों से भी जीवन में सुख का अक्षय संचार होता है।
Dr MusafiR BaithA
मीठी नींद नहीं सोना
मीठी नींद नहीं सोना
Dr. Meenakshi Sharma
ड्यूटी
ड्यूटी
Dr. Pradeep Kumar Sharma
जलन इंसान को ऐसे खा जाती है
जलन इंसान को ऐसे खा जाती है
shabina. Naaz
“मृदुलता”
“मृदुलता”
DrLakshman Jha Parimal
एक इश्क में डूबी हुई लड़की कभी भी अपने आशिक दीवाने लड़के को
एक इश्क में डूबी हुई लड़की कभी भी अपने आशिक दीवाने लड़के को
Rj Anand Prajapati
श्रोता के जूते
श्रोता के जूते
नंदलाल सिंह 'कांतिपति'
!! दो अश्क़ !!
!! दो अश्क़ !!
Chunnu Lal Gupta
याद
याद
Kanchan Khanna
फूल
फूल
Pt. Brajesh Kumar Nayak
घर में यदि हम शेर बन के रहते हैं तो बीबी दुर्गा बनकर रहेगी औ
घर में यदि हम शेर बन के रहते हैं तो बीबी दुर्गा बनकर रहेगी औ
Ranjeet kumar patre
बहारों कि बरखा
बहारों कि बरखा
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
तेरी चाहत हमारी फितरत
तेरी चाहत हमारी फितरत
Dr. Man Mohan Krishna
3198.*पूर्णिका*
3198.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
दहलीज के पार 🌷🙏
दहलीज के पार 🌷🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
आ गया मौसम सुहाना
आ गया मौसम सुहाना
Dr. Rajendra Singh 'Rahi'
अल्फ़ाजी
अल्फ़ाजी
Mahender Singh
बिहार दिवस  (22 मार्च 2023, 111 वां स्थापना दिवस)
बिहार दिवस  (22 मार्च 2023, 111 वां स्थापना दिवस)
रुपेश कुमार
बहुत अहमियत होती है लोगों की
बहुत अहमियत होती है लोगों की
शिव प्रताप लोधी
यादों में
यादों में
Shweta Soni
आधुनिक परिवेश में वर्तमान सामाजिक जीवन
आधुनिक परिवेश में वर्तमान सामाजिक जीवन
Shyam Sundar Subramanian
अपनों का साथ भी बड़ा विचित्र हैं,
अपनों का साथ भी बड़ा विचित्र हैं,
Umender kumar
राखी सांवन्त
राखी सांवन्त
DR ARUN KUMAR SHASTRI
"किसी की याद मे आँखे नम होना,
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
*कुछ गुणा है कुछ घटाना, और थोड़ा जोड़ है (हिंदी गजल/ग
*कुछ गुणा है कुछ घटाना, और थोड़ा जोड़ है (हिंदी गजल/ग
Ravi Prakash
"दिमाग"से बनाये हुए "रिश्ते" बाजार तक चलते है!
शेखर सिंह
Loading...