इश्क़
तेरी यादो मे घोर अंधेरा हुआ,
तेरी जुल्फों का कायर दिल मेरा हु //
खुदा से भी छीन लाऊंगा तुझे,
कि तेरी तन्हाई मे कातिल दिल मेरा हुआ //
यु तो इश्क़ मे मखबूर होते हैँ बहुत…
इसके साये मे जीने की चाह होती हैँ बहुत…
पर ये इश्क़ वो रिस्क हैँ, जिसमे
अच्छे-अच्छो के पसीने छूट जाते हैँ //
कई तो बिखर जाते हैँ,
और कई टूट जाते हैँ //