इबादत की जंजीर से जकड़ मुझको, ऐ मेरे खुदा
इबादत की जंजीर से जकड़ मुझको, ऐ मेरे खुदा
मेरी जिन्दगी तेरे दर का चराग हो, ऐ मेरे खुदा
जीत जाऊं मैं जिन्दगी की हर एक जंग
गर तेरी एक नज़र का करम हो मुझ पर, ऐ मेरे खुदा
इबादत की जंजीर से जकड़ मुझको, ऐ मेरे खुदा
मेरी जिन्दगी तेरे दर का चराग हो, ऐ मेरे खुदा
जीत जाऊं मैं जिन्दगी की हर एक जंग
गर तेरी एक नज़र का करम हो मुझ पर, ऐ मेरे खुदा