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20 May 2021 · 1 min read

इंतजार

आँखों से नदियाँ जब बहती है
तो ये हवाएं मुझसे कहती है
जो चला गया उसे जानें दे
जो तेरा है उससे इंकार न कर
वो जो लोटकर आ नही सकते
तु उनका इंतजार न कर

जो चूमता है इसके पैरो को
ये उसी के संग चलती है
इसका कोई एक रंग नही
ये पल पल में रंग बदलती है
ये दुनिया बड़ी मतलबी है
तु किसी का ऐतबार न कर
वो जो लौटकर आ नही सकते
तु उनका इंतजार न कर

कौन किसका है दुनिया मे
सब दिखावे के रिश्ते नाते है
रोते तो है सामने मगर
पीठ पीछे मुस्कुराते है
वजह ढुंढते है हँसने की
यू अपने गमो को सरेबाज़ार न कर
वो जो लौटकर आ नही सकते
तु उनका इंतजार न कर

क्यों चल पड़ा उन्हीं राहों पर
फिर से दिल दुखाने को
जिसे गुजरे एक जमाना हुआ
तु भूल जा उस जमाने को
मुश्किल से जुड़ा है टूटकर
फिर से खुद को तार तार न कर
वो जो लौटकर आ नही सकते
तु उनका इंतजार न कर

Language: Hindi
1 Like · 247 Views
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