Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
3 Mar 2021 · 1 min read

आस ही आस में हसरत न ये मारी जाये

आस ही आस में हसरत न ये मारी जाये
एक शब उसके ख़ियाबाँ में गुज़ारी जाये

लाला-ओ-गुल में भले शाम गुज़ारी जाये
ज़िंदगी शोख़ मनाज़िर पे न हारी जाए

क्या इसी सोच में बैठा है मुहब्बत का तबीब
आज की रात न बीमार पे भारी जाये

हम यही सोच के ख़ल्वत में मरे जाते हैं
एक लग़्ज़िश से न तौक़ीर हमारी जाये

ऐसे असबाब निगाहों से नुमाया कर दे
ख़ुश्बुएँ ले के तेरे दर से भिकारी जाये

जिस की आँखों में फ़रोज़ाँ हो वफ़ा के मंज़र
प्यार की बात उसी दिल में उतारी जाये

एक बीमार-ए-मुहब्बत का मुदावा होगा
कूच-ए-दिल में अगर बाद-ए-बहारी जाये

जिस की चौखट पे नमूदार अना हो ‘ख़ालिद’
ऐसे दरबार में झोली न पसारी जाये

2 Likes · 6 Comments · 241 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
kavita
kavita
Rambali Mishra
// जय श्रीराम //
// जय श्रीराम //
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
विरह गीत
विरह गीत
नाथ सोनांचली
रंजीत कुमार शुक्ल
रंजीत कुमार शुक्ल
Ranjeet Kumar Shukla
कहां बिखर जाती है
कहां बिखर जाती है
प्रकाश जुयाल 'मुकेश'
हमारे प्यार का आलम,
हमारे प्यार का आलम,
Satish Srijan
उम्मीद कभी तू ऐसी मत करना
उम्मीद कभी तू ऐसी मत करना
gurudeenverma198
धन्यवाद बादल भैया (बाल कविता)
धन्यवाद बादल भैया (बाल कविता)
Ravi Prakash
'बेटी की विदाई'
'बेटी की विदाई'
पंकज कुमार कर्ण
मैंने इन आंखों से ज़माने को संभालते देखा है
मैंने इन आंखों से ज़माने को संभालते देखा है
Phool gufran
पापा , तुम बिन जीवन रीता है
पापा , तुम बिन जीवन रीता है
Dilip Kumar
🌳😥प्रकृति की वेदना😥🌳
🌳😥प्रकृति की वेदना😥🌳
SPK Sachin Lodhi
फटा जूता
फटा जूता
Akib Javed
दोहे बिषय-सनातन/सनातनी
दोहे बिषय-सनातन/सनातनी
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
मंत्र: सिद्ध गंधर्व यक्षाधैसुरैरमरैरपि। सेव्यमाना सदा भूयात्
मंत्र: सिद्ध गंधर्व यक्षाधैसुरैरमरैरपि। सेव्यमाना सदा भूयात्
Harminder Kaur
डुगडुगी बजती रही ....
डुगडुगी बजती रही ....
sushil sarna
नव वर्ष
नव वर्ष
RAKESH RAKESH
मां बेटी
मां बेटी
Neeraj Agarwal
भेद नहीं ये प्रकृति करती
भेद नहीं ये प्रकृति करती
Buddha Prakash
मैंने पीनी छोड़ तूने जो अपनी कसम दी
मैंने पीनी छोड़ तूने जो अपनी कसम दी
Vishal babu (vishu)
"सोचो जरा"
Dr. Kishan tandon kranti
प्रेम निभाना
प्रेम निभाना
लक्ष्मी सिंह
नेम प्रेम का कर ले बंधु
नेम प्रेम का कर ले बंधु
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
हर वो दिन खुशी का दिन है
हर वो दिन खुशी का दिन है
shabina. Naaz
!! युवा !!
!! युवा !!
Akash Yadav
तेरी चाहत हमारी फितरत
तेरी चाहत हमारी फितरत
Dr. Man Mohan Krishna
मन की पीड़ा
मन की पीड़ा
Dr fauzia Naseem shad
मां (संस्मरण)
मां (संस्मरण)
Dr. Pradeep Kumar Sharma
#एक_सबक़-
#एक_सबक़-
*Author प्रणय प्रभात*
मेरी कलम से…
मेरी कलम से…
Anand Kumar
Loading...