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18 Oct 2017 · 1 min read

आस्तिक कौन ?लोगों पर एक नज़र,

हररोज रोज की तरह
रोज़ लेकर पहुँचा मंदिर में
लोगों ने आस्तिक कहा ।
.
जा रहा था सोच समझकर अपनी
हर गतिविधियों पर नजर रखते हुए,
.
लोग की नज़र में शातिर से ज्यादा कुछ न था
.
सजी हो थालियां,डली हो फूल मालाएं,
अलंकृत हो वाक्य …..अलंकारों से,
प्रार्थना है,पूजा है,गुणगान है उसी के नाम का
.
प्रतिक्रिया रूपांतरण है चोट है,
बदलाव के लिए, मौत है पुरातन की,
नवीनतम का आगाज़ है,
.
करते रहो लोगों के अनुरूप काम,
तुम आदमी बड़े अजीज हो,
किया विरोध तो जिंदा नहीं,
मृत्यु के बाद आदमी कामयाब हो,

Language: Hindi
1 Like · 1 Comment · 255 Views
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