** आरजू **
आरजू दिल की है
तमन्ना शब-ए-रोज की है
ऐ जिंदगी तूं तो बस
कुछ एक रोज की है ।।
?मधुप बैरागी
सम्बन्ध बदलते हैं
बदलना चाहे या ना चाहे
मौत आती है
मरना चाहे या ना चाहे ।।
?मधुप बैरागी
आरजू दिल की है
तमन्ना शब-ए-रोज की है
ऐ जिंदगी तूं तो बस
कुछ एक रोज की है ।।
?मधुप बैरागी
सम्बन्ध बदलते हैं
बदलना चाहे या ना चाहे
मौत आती है
मरना चाहे या ना चाहे ।।
?मधुप बैरागी