अवसरवादी, झूठे, मक्कार, मतलबी, बेईमान और चुगलखोर मित्र से अच
याद करने के लिए बस यारियां रह जाएंगी।
*बहुत ज्यादा न सुख की चाह, हे भगवन मुझे देना 【मुक्तक 】*
मेरा प्रेम के प्रति सम्मान
किया पोषित जिन्होंने, प्रेम का वरदान देकर,
*माना के आज मुश्किल है पर वक्त ही तो है,,
पिला रही हो दूध क्यों,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
कामुकता एक ऐसा आभास है जो सब प्रकार की शारीरिक वीभत्सना को ख
उम्र न जाने किन गलियों से गुजरी कुछ ख़्वाब मुकम्मल हुए कुछ उन
यें सारे तजुर्बे, तालीम अब किस काम का
ये आसमां ये दूर तलक सेहरा
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी"
नववर्ष 2024 की अशेष हार्दिक शुभकामनाएँ(Happy New year 2024)
आप वही करें जिससे आपको प्रसन्नता मिलती है।
Alahda tu bhi nhi mujhse,
Under this naked sky, I wish to hold you in my arms tight.
तुम्हें नहीं पता, तुम कितनों के जान हो…