Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 Jun 2017 · 1 min read

आफत मे है जान

बिन पानी सब सून है, सत्य समझ इंसान !
किल्लत से अब नीर की,आफत में है जान !!

पानी का ढूँढा नहीं, हमने हल श्रीमान !
कहना जायज आपका, आफत में हैं जान !!

सोलह आने सत्य है, खतरे में हैं जान !
नदी सरोवर ताल पर ,दिया नहीं जो ध्यान !!

बिन पानी इंसान की , आफत में है जान !
हो चाहे वो राम फिर, या हो वो रहमान !!
रमेश शर्मा

Language: Hindi
1 Like · 241 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
हमारा संघर्ष
हमारा संघर्ष
पूर्वार्थ
"गर्दिशों ने कहा, गर्दिशों से सुना।
*Author प्रणय प्रभात*
व्यथित ह्रदय
व्यथित ह्रदय
कवि अनिल कुमार पँचोली
तोड़ न कोई राम का, निर्विकल्प हैं राम।
तोड़ न कोई राम का, निर्विकल्प हैं राम।
डॉ.सीमा अग्रवाल
दीप माटी का
दीप माटी का
Dr. Meenakshi Sharma
मत कुरेदो, उँगलियाँ जल जायेंगीं
मत कुरेदो, उँगलियाँ जल जायेंगीं
Atul "Krishn"
2878.*पूर्णिका*
2878.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
हमारी आजादी हमारा गणतन्त्र : ताल-बेताल / MUSAFIR BAITHA
हमारी आजादी हमारा गणतन्त्र : ताल-बेताल / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Mahendra Narayan
मन मंथन कर ले एकांत पहर में
मन मंथन कर ले एकांत पहर में
Neelam Sharma
Global climatic change and it's impact on Human life
Global climatic change and it's impact on Human life
Shyam Sundar Subramanian
ज़िंदा हो ,ज़िंदगी का कुछ तो सबूत दो।
ज़िंदा हो ,ज़िंदगी का कुछ तो सबूत दो।
Khem Kiran Saini
हिन्दी ग़ज़ल के कथ्य का सत्य +रमेशराज
हिन्दी ग़ज़ल के कथ्य का सत्य +रमेशराज
कवि रमेशराज
जिम्मेदारियाॅं
जिम्मेदारियाॅं
Paras Nath Jha
मेरा गुरूर है पिता
मेरा गुरूर है पिता
VINOD CHAUHAN
मंत्र: सिद्ध गंधर्व यक्षाधैसुरैरमरैरपि। सेव्यमाना सदा भूयात्
मंत्र: सिद्ध गंधर्व यक्षाधैसुरैरमरैरपि। सेव्यमाना सदा भूयात्
Harminder Kaur
सारी गलतियां ख़ुद करके सीखोगे तो जिंदगी कम पड़ जाएगी, सफलता
सारी गलतियां ख़ुद करके सीखोगे तो जिंदगी कम पड़ जाएगी, सफलता
dks.lhp
*ठहाका मारकर हँसने-हँसाने की जरूरत है【मुक्तक】*
*ठहाका मारकर हँसने-हँसाने की जरूरत है【मुक्तक】*
Ravi Prakash
“मत लड़, ऐ मुसाफिर”
“मत लड़, ऐ मुसाफिर”
पंकज कुमार कर्ण
अभिमानी सागर कहे, नदिया उसकी धार।
अभिमानी सागर कहे, नदिया उसकी धार।
Suryakant Dwivedi
जब कभी उनका ध्यान, मेरी दी हुई ring पर जाता होगा
जब कभी उनका ध्यान, मेरी दी हुई ring पर जाता होगा
The_dk_poetry
आप और हम जीवन के सच
आप और हम जीवन के सच
Neeraj Agarwal
माँ गौरी रूपेण संस्थिता
माँ गौरी रूपेण संस्थिता
Pratibha Pandey
मकानों में रख लिया
मकानों में रख लिया
abhishek rajak
ग़ज़ल/नज़्म: सोचता हूँ कि आग की तरहाँ खबर फ़ैलाई जाए
ग़ज़ल/नज़्म: सोचता हूँ कि आग की तरहाँ खबर फ़ैलाई जाए
अनिल कुमार
कोई जब पथ भूल जाएं
कोई जब पथ भूल जाएं
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
जीने का हौसला भी
जीने का हौसला भी
Rashmi Sanjay
"बे-दर्द"
Dr. Kishan tandon kranti
💐Prodigy Love-3💐
💐Prodigy Love-3💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
रसों में रस बनारस है !
रसों में रस बनारस है !
पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप"
Loading...