Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 Aug 2017 · 1 min read

मेरी गुड़िया

?????
आफत की पुड़िया, है मेरी गुड़िया,
हरदम करती है शैतानी।
बात किसी की कभी न सुनती,
करती वही जो मन में ठानी।
?????
भोली-भाली नादां है ये
दुनिया से बिल्कुल अनजानी।
ना कुछ सोचे, ना कुछ समझे,
यह करती रहती है मनमानी।
?????
खिल-खिल कर हँसती रहती है,
कभी भर लाये आँखों में पानी।
मीठी-मीठी मिश्री- सी है बोली,
बातों में तो है सबकी ये नानी।
?????
नटखट, चुलबुल प्यारी-प्यारी,
परियों जैसी है मेरी रानी।
मन हर्षाती मुझे लुभाती,
चाँद सी सुन्दर मेरी भवानी।
?????
तन कोमल तितली सी,
मन निश्छल पावन रूहानी।
हर पल नई शरारत उसकी,
लगती है मनभावन सुहानी।
?????
—लक्ष्मी सिंह
नई दिल्ली

2 Likes · 2 Comments · 760 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from लक्ष्मी सिंह
View all
You may also like:
प्रभु रामलला , फिर मुस्काये!
प्रभु रामलला , फिर मुस्काये!
Kuldeep mishra (KD)
मातृ दिवस पर कुछ पंक्तियां
मातृ दिवस पर कुछ पंक्तियां
Ram Krishan Rastogi
💐प्रेम कौतुक-240💐
💐प्रेम कौतुक-240💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
"शतरंज"
Dr. Kishan tandon kranti
सच तो जीवन में हमारी सोच हैं।
सच तो जीवन में हमारी सोच हैं।
Neeraj Agarwal
बहुत संभाल कर रखी चीजें
बहुत संभाल कर रखी चीजें
Dheerja Sharma
साईं बाबा
साईं बाबा
Sidhartha Mishra
*सुकुं का झरना*... ( 19 of 25 )
*सुकुं का झरना*... ( 19 of 25 )
Kshma Urmila
स्टेटस अपडेट देखकर फोन धारक की वैचारिक, व्यवहारिक, मानसिक और
स्टेटस अपडेट देखकर फोन धारक की वैचारिक, व्यवहारिक, मानसिक और
विमला महरिया मौज
*हम विफल लोग है*
*हम विफल लोग है*
पूर्वार्थ
दोहा
दोहा
दुष्यन्त 'बाबा'
2229.
2229.
Dr.Khedu Bharti
श्रम दिवस
श्रम दिवस
SATPAL CHAUHAN
दुःख,दिक्कतें औ दर्द  है अपनी कहानी में,
दुःख,दिक्कतें औ दर्द है अपनी कहानी में,
सिद्धार्थ गोरखपुरी
हमारे सोचने से
हमारे सोचने से
Dr fauzia Naseem shad
गुरू शिष्य का संबन्ध
गुरू शिष्य का संबन्ध
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
बैठ गए
बैठ गए
विजय कुमार नामदेव
जग जननी
जग जननी
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
जीने की तमन्ना में
जीने की तमन्ना में
Satish Srijan
डूबें अक्सर जो करें,
डूबें अक्सर जो करें,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
तुझे याद करता हूँ क्या तुम भी मुझे याद करती हो
तुझे याद करता हूँ क्या तुम भी मुझे याद करती हो
Rituraj shivem verma
"उड़ान"
Yogendra Chaturwedi
हारिये न हिम्मत तब तक....
हारिये न हिम्मत तब तक....
कृष्ण मलिक अम्बाला
■ आज की बात
■ आज की बात
*Author प्रणय प्रभात*
वो लम्हें जो हर पल में, तुम्हें मुझसे चुराते हैं।
वो लम्हें जो हर पल में, तुम्हें मुझसे चुराते हैं।
Manisha Manjari
चलती जग में लेखनी, करती रही कमाल(कुंडलिया)
चलती जग में लेखनी, करती रही कमाल(कुंडलिया)
Ravi Prakash
प्यार का पंचनामा
प्यार का पंचनामा
Dr Parveen Thakur
चुनिंदा बाल कहानियाँ (पुस्तक, बाल कहानी संग्रह)
चुनिंदा बाल कहानियाँ (पुस्तक, बाल कहानी संग्रह)
Dr. Pradeep Kumar Sharma
थोड़ा नमक छिड़का
थोड़ा नमक छिड़का
Surinder blackpen
जिंदगी में.....
जिंदगी में.....
Dr. Akhilesh Baghel "Akhil"
Loading...