Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 Mar 2017 · 1 min read

आदमी

है हाड़, मॉस, लहू से तैयार आदमी.
पानी का बुलबुला भी औ बयार आदमी.
अपने पे मगर आ गया,जो मोदी की तरह,
तो देश में बनता है वो सरकार आदमी.

ममता,दया,धरम-करम का सार आदमी,
होता पतित चरित्र से लाचार आदमी,
आत्मबल बढ़ाया जिसने, मोदी की तरह,
इतिहास में वो बन गया विचार आदमी.

कर्मों से बनता शेर और सियार आदमी,
जीवों में सबसे धीर होशियार आदमी,
गरीब तपके बनता है जब मोदी की तरह,
तो पीढ़ियों का होता है उद्धार आदमी.

प्रदीप तिवारी ‘धवल’

Language: Hindi
Tag: गीत
385 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
संसद
संसद
Bodhisatva kastooriya
अजीब सी चुभन है दिल में
अजीब सी चुभन है दिल में
हिमांशु Kulshrestha
Mera wajud bus itna hai ,
Mera wajud bus itna hai ,
Sakshi Tripathi
पति पत्नी में परस्पर हो प्यार और सम्मान,
पति पत्नी में परस्पर हो प्यार और सम्मान,
ओनिका सेतिया 'अनु '
*।।ॐ।।*
*।।ॐ।।*
Satyaveer vaishnav
माँ को फिक्र बेटे की,
माँ को फिक्र बेटे की,
Harminder Kaur
फंस गया हूं तेरी जुल्फों के चक्रव्यूह मैं
फंस गया हूं तेरी जुल्फों के चक्रव्यूह मैं
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी"
मुक्तक
मुक्तक
पंकज कुमार कर्ण
आत्मविश्वास ही हमें शीर्ष पर है पहुंचाती... (काव्य)
आत्मविश्वास ही हमें शीर्ष पर है पहुंचाती... (काव्य)
AMRESH KUMAR VERMA
👌ग़ज़ल👌
👌ग़ज़ल👌
*Author प्रणय प्रभात*
शिव स्तुति
शिव स्तुति
Shivkumar Bilagrami
कभी गिरने नहीं देती
कभी गिरने नहीं देती
shabina. Naaz
आहाँ अपन किछु कहैत रहू ,आहाँ अपन किछु लिखइत रहू !
आहाँ अपन किछु कहैत रहू ,आहाँ अपन किछु लिखइत रहू !
DrLakshman Jha Parimal
2515.पूर्णिका
2515.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
ऐ सावन अब आ जाना
ऐ सावन अब आ जाना
Saraswati Bajpai
होता है तेरी सोच का चेहरा भी आईना
होता है तेरी सोच का चेहरा भी आईना
Dr fauzia Naseem shad
*आत्महत्या*
*आत्महत्या*
आकांक्षा राय
हुआ चैत्र आरंभ , सुगंधित कपड़े पहने (कुंडलिया)
हुआ चैत्र आरंभ , सुगंधित कपड़े पहने (कुंडलिया)
Ravi Prakash
चाह और आह!
चाह और आह!
नंदलाल सिंह 'कांतिपति'
प्यारी ननद - कहानी
प्यारी ननद - कहानी
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
दिन में तुम्हें समय नहीं मिलता,
दिन में तुम्हें समय नहीं मिलता,
Dr. Man Mohan Krishna
रूप कुदरत का
रूप कुदरत का
surenderpal vaidya
छद्म शत्रु
छद्म शत्रु
Arti Bhadauria
!! प्रेम बारिश !!
!! प्रेम बारिश !!
The_dk_poetry
तन्हा क्रिकेट ग्राउंड में....
तन्हा क्रिकेट ग्राउंड में....
पूर्वार्थ
दोस्त का प्यार जैसे माँ की ममता
दोस्त का प्यार जैसे माँ की ममता
प्रदीप कुमार गुप्ता
Meri Jung Talwar se nahin hai
Meri Jung Talwar se nahin hai
Ankita Patel
झर-झर बरसे नयन हमारे ज्यूँ झर-झर बदरा बरसे रे
झर-झर बरसे नयन हमारे ज्यूँ झर-झर बदरा बरसे रे
हरवंश हृदय
हे री सखी मत डाल अब इतना रंग गुलाल
हे री सखी मत डाल अब इतना रंग गुलाल
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
*......हसीन लम्हे....* .....
*......हसीन लम्हे....* .....
Naushaba Suriya
Loading...