Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
20 Apr 2017 · 1 min read

आज सखी होली है

%%%%%%%%%%%%%
????????????
प्रेम के रंग उड़ाओ आज़ सखी होली है
झूमो नाचो गाओ आज़ सखी होली है

ढोलक झांझ मजीरा बाजै
मिलके फगुआ गाओ आज़ सखी होली है

दारू भांग न हाथ से छूना
गुझिया खाओ खिलाओ आज सखी होली है

रंग अबीर गुलाल उड़ाओ
सबको गले से लगाओ आज़ सखी होली है

दुश्मन जग में कोई नहीं है
मान सभी का बढ़ाओ आज सखी होली है

बूढ़े बच्चे नर ओर नारी
डीजे पे ठुमका लगाओ आज सखी होली है

टेसू केसर रंग मिलाकर
लालम लाल बनाओ आज़ सखी होली है

छेना बालू शाही खिलाने
मित्रों को घर पे बुलाओ आज़ सखी होली है

जिन्हें एलर्जी है रंगों से
उन्हें न रंग लगाओ आज़ सखी होली है

खेलो पर मर्यादा न भूलो
सीमा के पार न जाओ आज सखी होली है

हरक़त गंदे तुम मत करना
संकल्प ऐसे उठाओ आज सखी होली है

प्रेम से मिल के रहना “प्रीतम”
नफरत की होली जलाओ आज सखी होली है

457 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
पुष्पदल
पुष्पदल
sushil sarna
पर्यायवरण (दोहा छन्द)
पर्यायवरण (दोहा छन्द)
नाथ सोनांचली
प्यार की कस्ती पे
प्यार की कस्ती पे
Surya Barman
ये जो नखरें हमारी ज़िंदगी करने लगीं हैं..!
ये जो नखरें हमारी ज़िंदगी करने लगीं हैं..!
Hitanshu singh
हर नदी अपनी राह खुद ब खुद बनाती है ।
हर नदी अपनी राह खुद ब खुद बनाती है ।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
दशहरा
दशहरा
मनमोहन लाल गुप्ता 'अंजुम'
इतनी भी
इतनी भी
Santosh Shrivastava
मैं लिखता हूं..✍️
मैं लिखता हूं..✍️
Shubham Pandey (S P)
जानते वो भी हैं...!!
जानते वो भी हैं...!!
Kanchan Khanna
बुद्ध रूप ने मोह लिया संसार।
बुद्ध रूप ने मोह लिया संसार।
Buddha Prakash
*लफ्ज*
*लफ्ज*
Kumar Vikrant
ग़ज़ल _ मिरी #मैयत पे  रोने मे.....
ग़ज़ल _ मिरी #मैयत पे  रोने मे.....
शायर देव मेहरानियां
मोहब्बत का ज़माना आ गया है
मोहब्बत का ज़माना आ गया है
Surinder blackpen
💐प्रेम कौतुक-325💐
💐प्रेम कौतुक-325💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
पसंद प्यार
पसंद प्यार
Otteri Selvakumar
मौसम नहीं बदलते हैं मन बदलना पड़ता है
मौसम नहीं बदलते हैं मन बदलना पड़ता है
कवि दीपक बवेजा
मर्यादा और राम
मर्यादा और राम
Dr Parveen Thakur
सुखों से दूर ही रहते, दुखों के मीत हैं आँसू।
सुखों से दूर ही रहते, दुखों के मीत हैं आँसू।
डॉ.सीमा अग्रवाल
खिल उठेगा जब बसंत गीत गाने आयेंगे
खिल उठेगा जब बसंत गीत गाने आयेंगे
Er. Sanjay Shrivastava
काव्य में सत्य, शिव और सौंदर्य
काव्य में सत्य, शिव और सौंदर्य
कवि रमेशराज
■ याद रहे...
■ याद रहे...
*Author प्रणय प्रभात*
"सपने"
Dr. Kishan tandon kranti
महिमा है सतनाम की
महिमा है सतनाम की
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
एक दिवस में
एक दिवस में
Shweta Soni
*फिर से बने विश्व गुरु भारत, ऐसा हिंदुस्तान हो (गीत)*
*फिर से बने विश्व गुरु भारत, ऐसा हिंदुस्तान हो (गीत)*
Ravi Prakash
* सुखम् दुखम *
* सुखम् दुखम *
DR ARUN KUMAR SHASTRI
प्रार्थना
प्रार्थना
Shally Vij
*कैसे हार मान लूं
*कैसे हार मान लूं
Suryakant Dwivedi
अमृत वचन
अमृत वचन
Dinesh Kumar Gangwar
Loading...