Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Jan 2017 · 1 min read

” आज तुमको क्या हुआ है ” !!

दरकते दर्प से रिश्ते ,
हमेशा मुंह चिढ़ाते हैं !
हों डूबे भावना में जब ,
कुछ कह न पाते हैं !
बहके बहके से अधर हैं ,
आज क्यों सिमटी हया है !!

सिसकती सांस है जैसे ,
पैमाना भरा सा है !
नहीं लज़्ज़ा है आँखों में ,
ज़ख्म भी वो हरा सा है !
खोया खोया कहीं है मन ,
आज क्यों बदली हवा है !!

पराजित हो गये जैसे ,
सभी संस्कार अपने हैं !
कहीं तुम टूट कर बिखरे ,
कहीं छूटे वे अपने हैं !
नहीं है ठौर संयम का ,
वक़्त ये करता बयां है !!

Language: Hindi
Tag: गीत
782 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
शक्कर में ही घोलिए,
शक्कर में ही घोलिए,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
असुर सम्राट भक्त प्रह्लाद – आविर्भाव का समय – 02
असुर सम्राट भक्त प्रह्लाद – आविर्भाव का समय – 02
Kirti Aphale
सुबह सुबह घरवालो कि बाते सुनकर लगता है ऐसे
सुबह सुबह घरवालो कि बाते सुनकर लगता है ऐसे
ruby kumari
दौरे-हजीर चंद पर कलमात🌹🌹🌹🌹🌹🌹
दौरे-हजीर चंद पर कलमात🌹🌹🌹🌹🌹🌹
shabina. Naaz
आँशु उसी के सामने बहाना जो आँशु का दर्द समझ सके
आँशु उसी के सामने बहाना जो आँशु का दर्द समझ सके
Rituraj shivem verma
याद आया मुझको बचपन मेरा....
याद आया मुझको बचपन मेरा....
Harminder Kaur
■ उल्टा सवाल ■
■ उल्टा सवाल ■
*Author प्रणय प्रभात*
तुम्हारी छवि...
तुम्हारी छवि...
उमर त्रिपाठी
हवा में हाथ
हवा में हाथ
रोहताश वर्मा 'मुसाफिर'
खांटी कबीरपंथी / Musafir Baitha
खांटी कबीरपंथी / Musafir Baitha
Dr MusafiR BaithA
लक्ष्मी-पूजन का अर्थ है- विकारों से मुक्ति
लक्ष्मी-पूजन का अर्थ है- विकारों से मुक्ति
कवि रमेशराज
नींद आए तो सोना नहीं है
नींद आए तो सोना नहीं है
कवि दीपक बवेजा
चुप रहना भी तो एक हल है।
चुप रहना भी तो एक हल है।
संजीव शुक्ल 'सचिन'
आँसू छलके आँख से,
आँसू छलके आँख से,
sushil sarna
कोई...💔
कोई...💔
Srishty Bansal
Hallucination Of This Night
Hallucination Of This Night
Manisha Manjari
क्यू ना वो खुदकी सुने?
क्यू ना वो खुदकी सुने?
Kanchan Alok Malu
*जिंदगी में जब मिले सुख-दुख पिता की याद आई (गीत )*
*जिंदगी में जब मिले सुख-दुख पिता की याद आई (गीत )*
Ravi Prakash
हो जाऊं तेरी!
हो जाऊं तेरी!
Farzana Ismail
बचपन
बचपन
Vivek saswat Shukla
"खुश रहिए"
Dr. Kishan tandon kranti
लड्डु शादी का खायके, अनिल कैसे खुशी बनाये।
लड्डु शादी का खायके, अनिल कैसे खुशी बनाये।
Anil chobisa
* सुन्दर फूल *
* सुन्दर फूल *
surenderpal vaidya
मुक्तक
मुक्तक
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
हम भी देखेंगे ज़माने में सितम कितना है ।
हम भी देखेंगे ज़माने में सितम कितना है ।
Phool gufran
जिंदगी के तराने
जिंदगी के तराने
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
स्वरचित कविता..✍️
स्वरचित कविता..✍️
Shubham Pandey (S P)
चम-चम चमके, गोरी गलिया, मिल खेले, सब सखियाँ
चम-चम चमके, गोरी गलिया, मिल खेले, सब सखियाँ
Er.Navaneet R Shandily
नारी
नारी
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
शेखर सिंह
शेखर सिंह
शेखर सिंह
Loading...