आज का डॉक्टर
कलयुगी डॉक्टर आज शैतान बन गया
डॉक्टर जो भगवान था हैवान बन गया
घटित हुई घटना इक बतलाता हूँ
डॉक्टर की काली करतूत सुनाता हूँ
मित्रवर का पुत्र अचानक बीमार हो गया
निजी अस्पताल में दाखिल करवा दिया
बाप गिड़गिड़ाया बेटे को क्या हो गया
डॉक्टर बोला गंभीर रोग शिकार हो गया
मजबूर बाप बोला जो लेना ले लीजिए
डॉक्टर साहब मेरे बेटे को बचा लीजिए
जाँच कर दवाइयों का पर्चा थमा दिया
बच्चे को अतिगंभीर बीमार बता दिया
बाप का कलेजा भी कंपकंपा थर्रा गया
मित्रों रिश्तेदारों ने ढांढस बंधा दिया गया
आपातकाल कक्ष में ईलाज चल रहा था
बाप सारे देवी देवताओं को मना रहा था
डॉक्टर ने जो मांगा तुरंत मंगवा दिया गया
रक्त आदि का प्रबंध भी करवा दिया गया
अर्द्ध रात्रि में भी पिता गंभीर खड़ा था
तनाव में अपना कलेजा हाथों में लिए था
पिता पुत्र की स्थिति रिपोर्ट माँग रहा था
डॉक्टर भी बारम्बार उसको टरका रहा था
अचानक पिता के हाथ पैर फूल गए थे
डॉक्टर ने गलत जाँच पर ईलाज किए थे
यह सब गलती से नहीं जानबूझ किया था
पैसों के लालच में या गलतीवश किया था
पिता भय और क्रोध में लाल पीला था
डॉक्टर के व्यवहार आचरण से रंज था
कलयुगी डॉक्टर ने तो कमाल कर दिया
डॉक्टरी पेशे को शर्मशार तार तार कर दिया
सुखविंद्र सिंह मनसीरत