Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
19 Oct 2016 · 1 min read

आज करना चाँद मत कोई बहाना

करवाचौथ की सभी बहनों को हार्दिक बधाई

आज करना चाँद मत कोई बहाना
राह देखेगा तेरी सारा ज़माना
जब दिखेंगे छलनी में ही चाँद दो दो
वो समां होगा सुनो कितना सुहाना
डॉ अर्चना गुप्ता

Language: Hindi
1 Like · 6 Comments · 521 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr Archana Gupta
View all
You may also like:
बेदर्दी मौसम दर्द क्या जाने ?
बेदर्दी मौसम दर्द क्या जाने ?
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
शिक्षक जब बालक को शिक्षा देता है।
शिक्षक जब बालक को शिक्षा देता है।
Kr. Praval Pratap Singh Rana
*मेरे मम्मी पापा*
*मेरे मम्मी पापा*
Dushyant Kumar
रोज़ आकर वो मेरे ख़्वाबों में
रोज़ आकर वो मेरे ख़्वाबों में
Neelam Sharma
किसी को उदास पाकर
किसी को उदास पाकर
Shekhar Chandra Mitra
मातृत्व
मातृत्व
साहित्य गौरव
नसीब तो ऐसा है मेरा
नसीब तो ऐसा है मेरा
gurudeenverma198
सब दिन होते नहीं समान
सब दिन होते नहीं समान
जगदीश लववंशी
जीवन में भी
जीवन में भी
Dr fauzia Naseem shad
ज़िंदगी का नशा
ज़िंदगी का नशा
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
मोहब्बत की दुकान और तेल की पकवान हमेशा ही हानिकारक होती है l
मोहब्बत की दुकान और तेल की पकवान हमेशा ही हानिकारक होती है l
Ashish shukla
........?
........?
शेखर सिंह
मतिभ्रष्ट
मतिभ्रष्ट
Shyam Sundar Subramanian
शिव-शक्ति लास्य
शिव-शक्ति लास्य
ऋचा पाठक पंत
■ दोहे फागुन के...
■ दोहे फागुन के...
*Author प्रणय प्रभात*
बड़ी मुद्दत से हम तेरा इंतजार करते थे
बड़ी मुद्दत से हम तेरा इंतजार करते थे
Vaishaligoel
14. आवारा
14. आवारा
Rajeev Dutta
काली मां
काली मां
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
💐प्रेम कौतुक-300💐
💐प्रेम कौतुक-300💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
वो तसव्वर ही क्या जिसमें तू न हो
वो तसव्वर ही क्या जिसमें तू न हो
Mahendra Narayan
अवसाद
अवसाद
Dr Parveen Thakur
मुक्तक
मुक्तक
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
चुनाव फिर आने वाला है।
चुनाव फिर आने वाला है।
नेताम आर सी
" नयी दुनियाँ "
DrLakshman Jha Parimal
* मिल बढ़ो आगे *
* मिल बढ़ो आगे *
surenderpal vaidya
हम चाहते हैं
हम चाहते हैं
Basant Bhagawan Roy
चमचम चमके चाँदनी, खिली सँवर कर रात।
चमचम चमके चाँदनी, खिली सँवर कर रात।
डॉ.सीमा अग्रवाल
*महान आध्यात्मिक विभूति मौलाना यूसुफ इस्लाही से दो मुलाकातें*
*महान आध्यात्मिक विभूति मौलाना यूसुफ इस्लाही से दो मुलाकातें*
Ravi Prakash
कोहरे के दिन
कोहरे के दिन
Ghanshyam Poddar
3050.*पूर्णिका*
3050.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
Loading...