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12 Oct 2019 · 1 min read

आज आबरू लूटी है जिसकी

लाज बचालो भारत माँ की,
बो सबकी महतारी है l
आज आबरू लूटी है जिसकी,
वो माँ बहन हमारी है ll

भूखे फिरते यहाँ शियासी,
कल तुमरी की बारी है l
लूट जाएगी इक उर इज्जत,
क्या उसकी तैयारी है ll

लाज शर्म को नही ठिकानो,
नंगो की भारमारी है l
हिजड़ा बनकर बनी क्यो बैठी,
ये सरकार हमारी है ll

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